Bhopal Loot News: कलेक्शन एजेंट ने अपने तीन साथियों की मदद से कराई थी वारदात, कंपनी की रकम हड़पने के लिए बनाई थी योजना

भोपाल। राजधानी में कलेक्शन एजेंट के साथ हुई लूट के मामले में खुलासा किया है। लूट की कहानी फर्जी निकली। इस मामले में भोपाल (Bhopal Loot News) शहर की गौतम नगर थाना पुलिस ने अब पीड़ित समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में मुख्य आरोपी ने बताया है कि वह इंटरनेट सट्टे पर रकम हार गया था। इसलिए वह कंपनी के पैसे हड़पना चाहता था।
आनलाइन गेम और सट्टा खेलने की लत ने कराई वारदात
गौतम नगर (Gautam Nagar) थाना पुलिस के मुताबिक 28 मई को इब्राहिमगंज (Ibrahimganj) थाना हनुमानगंज निवासी 23 वर्षीय आदित्य आर्य (Aditya Arya) पिता स्व. संजय आर्य ने लूट का मामला दर्ज कराया था। वह घटना के वक्त कंपनी के कार्यालय भानपुर (Bhanpur) जा रहा था। जेपी नगर (JP Nagar) तिराहा से करोंद मण्डी वाले रोड पर दो अज्ञात लड़के उसे मिले। वे नीली सफेद रंग की मोपेड गाडी से पीछे से आये थे। गाड़ी चलाने वाले ने उसके हाथ से आईफोन 15 मोबाइल (Mobile) झपट लिया। वहीं पीछे बैठे लडके ने मेरी पीठ में बाये तरफ किसी धारदार हथियार से वार करके कंधे में टंगा काले रंग का बैग (Bag) झपट लिया। बदमाश मुंह पर कपड़ा बांधे थे। बैग में कलेक्शन के 60 से 70 हजार रूपये और बिल वाउचर थे। इस वाारदात की खबर मिलते ही तनाव फैल गया। दरअसल, शहर में पीएम की रैली को लेकर चौकसी बरती जा रही थी। जांच के दौरान पुलिस को वारदात में प्रयुक्त दो पहिया वाहन का फोटो मिल गया था। जिसके आधार पर पुलिस ने चिकलोद रोड राजधानी पेट्रोल पंप वाली गली थाना जहांगीराबाद निवासी 19 वर्षीय आसिफ अली (Asif Ali) पिता शाकिर अली को हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में बताया कि वारदात आदित्य आर्य के कहने पर उसने अंजाम दी थी। उसके साथ लाल बिल्डिंग के पीछे पातरा पुल थाना जहांगीराबाद निवासी 24 वर्षीय प्रदीप यादव (Pradeep Yadav) पिता तुलसीराम यादव और फैजान भाई के मकान में किराये से बाबा फरीद गली शेख शाह मस्जिद वाली गली थाना जहांगीराबाद निवासी 21 वर्षीय अमन खांन (Aman Khan) पिता वसीम खांन भी शामिल था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आदित्य आर्य को भी हिरासत में लिया। उसने बताया कि आनलाइन गेम और सट्टा खेलने का वह आदी है। जिसमें वह पैसा हार गया था। इस कारण उसने कटारा हिल्स निवासी नगर निगम कर्मचारी दीपांश योगी (Deepansh Yogi) को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद योगी ने आर्य के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से अपने दोस्त आशिफ खान से आदित्य आर्य को मिलवाकर लूट की वारदात की रणनीति बनाई थी। इसके एवज में आदित्य आर्य ने पैसा देने का लालच भी दिया था।
खबर के लिए ऐसे जुड़े

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।