ADJ Murder Case : आटे में मिलाया था कोबरा का जहर, महिला मित्र ने रची थी साजिश

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जज और उनके बेटे की हत्या का खुलासा, 6 आरोपी गिरफ्तार

ADJ Mahendra Tripathi
न्यायाधीश महेंद्र कुमार त्रिपाठी, फाइल फोटो

बैतूल। मध्यप्रदेश में जज और उनके बेटे की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। बैतूल पुलिस ने बताया कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र त्रिपाठी (ADJ Mahendra Tripathi Murder Case) और उनके बेटे अभियानराज की हत्या की गई थी। आरोपियों ने जज के पूरे परिवार की हत्या की साजिश रची थी। आटे में जहर मिलाया गया था। जिससे बनी रोटियां खाने के बाद पिता-पुत्र की तबियत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गई। एडीजे महेंद्र त्रिपाठी और उनके बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने रीवा से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी संध्या सिंह (Sandhya Singh) नाम की महिला है। बताया जा रहा है कि वो बीते 10 साल से एडीजे महेंद्र त्रिपाठी के संपर्क में थी।

महिला मित्र ने रची साजिश

एडीजे महेंद्र त्रिपाठी समेत पूरे परिवार की हत्या की साजिश उनकी महिला मित्र संध्या सिंह ने रची थी। छिंदवाड़ा में रहने वाली संध्या सिंह की एडीजे से 10 साल पुरानी जान-पहचान थी। पुलिस ने बताया कि संध्या सिंह ने ही जहर मिला आटा एडीजे त्रिपाठी को दिया था। संध्या सिंह ने एडीजे को बताया कि आटे में तंत्र-मंत्र फूंके गए थे। इसे घर के आटे में मिला देने से घर की कलह खत्म होगी और खुशहाली आएगी।

कोबरा का जहर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संध्या सिंह ने किसी सपेरे से जहर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जहर कोबरा सांप का था। यहीं वजह रही कि इलाज के बाद भी जज और उनके बेटे की जान नहीं बच सकी। हालांकि जहर मिले आटे की जांच रिपोर्ट आना बाकी है।

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इलाज में बरती गई लापरवाही

जज और उनके बेटे की बिगड़ती तबियत को लेकर शुरुआत से ही लापरवाही बरती गई। पहले दो दिन तक घर पर ही इलाज किया गया। जिसके बाद पाढ़र के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां तबियत ज्यादा बिगड़ी तो नागपुर रैफर कर दिया गया। लेकिन रास्ते में ही जज के बेटे ने दम तोड़ दिया। इलाज के दौरान जज महेंद्र त्रिपाठी की मौत हो गई।

पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

परिजन से पूछताछ में जैसे ही तार संध्या सिंह से जुड़े पुलिस ने तफ्तीश तेज कर दी। पुलिस ने संध्या सिंह के घर पर छापेमारी की। लेकिन संध्या छिंदवाड़ा में नहीं मिली। उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की गई। जैसे ही संध्या ने फोन चालू किया उसकी लोकेशन रीवा में ट्रेस हुई। जिसके बाद रातोंरात पुलिस रीवा पहुंची और मुख्य आरोपी संध्या समेत 6 आरोपियों को दबोच लिया। 5 दिन के भीतर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लाई है।

जुर्म कबूल किया

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी संध्या सिंह और एडीजे के बीच बीते 10 सालों से मधुर संबंध थे। लेकिन पैसों के लेनदेन को लेकर हाल ही में संबंधों मे दरार आ गई थी। खबर तो ये भी है कि आटा दिए जाने से दो दिन पहले एडीजे महेंद्र त्रिपाठी, मुख्य आरोपी संध्या सिंह से मिलने छिंदवाड़ा भी गए थे।

रिमांड मांगेगी पुलिस

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया। गुरुवार को आरोपियों को जिला कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस रिमांड मांगेगी। वहीं जज की पत्नी और एक बेटा इस साजिश के शिकार होते-होते बच गए। किस्मत से उन्होंने उस दिन रोटी नहीं खाई थी।

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