Spy In Pocket: विदेश में बैठकर आपके घर की जासूसी तो नहीं कर रहा कोई

Share

अपने उत्पाद को लेकर एनएसओ ग्रुप ने किया खंडन जारी, न्यूयार्क टाइम्स की स्टोरी के बाद भारत समेत 45 देशों में मचा बवाल

Spy In Pocket
जासूसी के संबंध में सांकेतिक चित्र

दिल्ली। यदि आपके पास एंड्रायड मोबाइल (Android Mobile)  है तो बेशक यह आपसे जुड़ी खबर ही हैं। दरअसल, न्यूयार्क टाइम्स (Newyork Times ) ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि इजरायल (Israil) की एक कंपनी ने 45 देशों के नागरिकों की जासूसी की है। यह जासूसी (Spying) पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता (Social Activist), वकील समेत कई अन्य लोगों की उसने की है। इस खबर के बाद फेसबुक (Facebook) कंपनी ने इन आरोपों की पुष्टि की है। उसका कहना है कि व्हाट्सएप (Whatsapp) की मदद से इस कृत्य को अंजाम दिया गया था।

जानकारी के अनुसार यह रिपोर्ट लगभग एक पखवाड़े पहले सामने आई थी। रिपोर्ट को सार्वजनिक न्यूयार्क टाइम्स ने किया था। उसने इजरायल की एनएसओ (NSO) कंपनी के उत्पाद की पूरी रिपोर्ट उजागर की थी। यह कंपनी सुरक्षा संबंधित उत्पाद बनाकर खरीदने और बेचने का काम करती है। हालांकि एनएसओ ने इन आरोपों पर खंडन जारी किया था। लेकिन, उसके खंडन से पहले भारत समेत 45 देशों में राजनीतिक भूचाल आ गया। भारत में केंद्र सरकार ने जासूसी (Spying) कराने संबंधित आरोपों को खारिज कर दिया था। वहीं छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सीएम भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने इस मामले में जांच कमेटी बैठा दी है। छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख सचिव गृह (Home Secretary) सुब्रतो साहू (IAS Subrato Sahu) की अध्यक्षता में कमेटी अपनी जांच करेगी।

उल्लेखनीय है कि एनएसओ ग्रुप ने पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus Spyware) नाम का साफ्टवेयर बनाया था। इसकी मदद से व्हाट्सएप के माध्यम से एक लिंक भेजी जाती थी। जिसको क्लिक करने पर साफ्टवेयर काम करना शुरू कर देता था। यह साफ्टवेयर उस व्यक्ति की गोपनीय जानकारी (Secret Information) के अलावा, फोटो, डॉक्यूमेंट समेत सारे तरह के पासवर्ड को क्लोन (Data Clone) कर लेता है। इस बात की जानकारी उसको भी नहीं होती थी जिसका वह एंड्रायड मोबाइल है। यह रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद पूरे देश में क्रास बॉर्डर सर्विलांस (Cross Border Surveillance) से सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ गई है।

यह भी पढ़ें:   Fake Naxalite Encounter : Chhattisgarh Assembly में पेश होने से पहले लीक हो गई रिपोर्ट
Don`t copy text!