Bhopal Drug Racket:  इंटरनेट की दुनिया में होती थी इस जहर की बुकिंग

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Bhopal Drug Racket:  भीड़ भरे बाजार में शक न हो इसलिए होती थी सप्लाई

Bhopal Drug Racket
आरोपियों से बरामद प्रतिबंधित ड्रग

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal Drug Racket) के पिपलानी इलाके में प्रतिबंधित ड्रग एम कैट (म्याउ—म्याउ) के साथ तस्करों को दबोचा गया है। तस्कर माल सप्लाई के लिए वेबसाइट का सहारा लेते थे। बुकिंग मिलने के बाद एक पखवाड़े के भीतर में वह ग्राहक तक पहुंचा दिया जाता था। डिलीवरी भीड़ भरे बाजारों में होती थी। ताकि किसी व्यक्ति को शक न हो। तस्कर भोपाल के पिपलानी, आनंद नगर और रातीबड़ क्षेत्र में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के आसपास ज्यादा एक्टिव रहते थे।

यहां मारे गए छापे

पिपलानी पुलिस तस्करों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। एक दिन की रिमांड अवधि आज पूरी होने के बाद पिपलानी पुलिस तस्करों को फिर कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने इंद्रपुरी निवासी ऋत्विक कौशल (Khrithwik Kaushal) नाम का छात्र एलएसडी स्टेम्प और एमडीएमए नाम की ड्रग्स के साथ दबोचा गया था। पूछताछ में उसने रोहित नगर निवासी प्रखर सिंह (Prakhar Singh) और आयुष के नाम उजागर किए थे। पुलिस ने प्रखर सिंह के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई कर करीब दस लाख रुपए की प्रतिबंधित दवा और ड्रग्स बरामद की थी। प्रखर सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता था। लॉकडाउन में काम बंद हो गया तो उसने डार्कनेट वेबसाइट के जरिए तस्करी शुरू कर दी। वह ऑनलाइन डॉलर व बिटक्वाइन के जरिए मादक पदार्थो की बुकिंग करता था। 15 से 25 दिन के भीतर उसे माल की सप्लाई कर दी जाती थी।

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अभी कई तार होने है उजागर

पूछताछ में गिरफ्तार तस्कर मुख्य सप्लायर के संबंध में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। मुख्य सप्लायर ने एक-दो बार दस नंबर स्टॉप व डीबी मॉल के पास छिपी हुई जगह पर भी ड्रग्स के पैकेट रखे थे। इसके अलावा ज्यादतर वह सुनसान जगहों पर पैकेट रखवाने के बाद उसके पते का मैसेज प्रखर सिंह को कर देता था। प्रखर बाद में ऋत्विक व आयुष के जरिए कॉलेजों के आस—पास ड्रग्स की सप्लाई करवाता था। इस प्रकरण में दबोचा गया ऋत्विक खुद ड्रग्स का सेवन नहीं करता है। ड्रग्स की सप्लाई प्रमुख तौर पर रायसेन रोड और रातीबड़ रोड के कॉलेजों के आसपास छात्रों को की जाती थी। इसके अलावा रेव पार्टियों में भी ड्रग्स भेजी जाती थी।

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