MP Lokayukt Raid: आय से अधिक संपत्ति की सूचना, चाय—बिस्कुट खिलाकर अफसर ने किया रवाना

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लोन पर लिए गए दो फ्लैट, आठ लाख के जेवरात, नकदी एक हजार रुपए बरामद, अफसर से नाराज दूसरे विभागीय अफसर ने दिलाई थी झूठी सूचना

Lokayukt Police Raid
भोपाल में लोकायुक्त पुलिस जो थक हारकर समीर कुमार शर्मा के साथ बैठकर चाय—बिस्कुट के साथ नाश्ता कर रही है

भोपाल। मध्यप्रदेश लोकायुक्त (Madhya Pradesh Lokayukt) पुलिस की टीम ने शुक्रवार को एक अफसर के यहां छापा (Lokayukt Police Raid) मारा। यह अफसर मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MPMKVVKL) में डीजीएम थे। छापे में आय से अधिक संपत्ति तो नहीं मिली लेकिन लोकायुक्त पुलिस की फजीहत (Lokayukt Police Prank) जरूर हो गई। अफसर के यहां संपत्ति के नाम पर पुलिस की टीम कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग करती रह गई। घर में ऐसा कुछ भी नहीं था कि वह आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) के मामले को साबित कर सके। इस छापे की खबर मीडिया को भी लग गई थी। लेकिन, मामले ने तूल नहीं पकड़ा। दरअसल, पूरा मीडिया नागरिक संशोधन कानून (Citizenship Amendment ACT) को लेकर चल रहे प्रदर्शन (CAA Protest) के कवरेज में व्यस्त था। इस मामले में लोकायुक्त पुलिस के अफसरों से प्रतिक्रिया ली गई तो वे आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बता नहीं सके। उनका कहना था कि मामले की जांच चल रही है।

जानकारी के अनुसार लोकायुक्त पुलिस को सूचना मिली थी कि मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (Madhya Pradesh Kshetra Vidyut Vitran Kampani Limited) में डीजीएम समीर कुमार शर्मा (DGM Samir Kumar Sharma) के यहां आय से अधिक संपत्ति हैं। समीर कुमार शर्मा मूलत: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बनारस (#Varanasi) शहर के रहने वाले थे। सूचना जिस व्यक्ति ने दी थी उस आधार पर पड़ताल भी कराई गई। जिसके बाद शुक्रवार को लोकायुक्त भोपाल पुलिस की टीम ने छापा (#Madhya Pradesh Lokayukt Police Raid) मारा। इस छापे के बाद लोकायुक्त पुलिस के अफसरों को बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई। दिखावे के नाम पर कमरे—कमरे अफसर घुमते रहे। घर पर शर्मा के अलावा पत्नी और प्रायमरी स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा भी था। शर्मा भोपाल में कुछ महीने पहले ही इटारसी में तबादले के बाद आए थे। पत्नी इटारसी में निजी कॉलेज में नौकरी करती थी। ट्रांसफर होने की वजह से वह नौकरी भी छूट गई थी। परिवार भोपाल में अयोध्या बायपास पर स्थित स्प्रिंग वैली कॉलोनी में रहता है। इसके अलावा मिसरोद के समरधा में शीतल धाम में फ्लैट होने की जानकारी दी गई।

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लोकायुक्त पुलिस ने दस्तावेज मांगे तो समीर कुमार शर्मा ने बताया कि वह लोन पर लिया गया है। इसके अलावा घर की तलाशी में 8 लाख रुपए कीमत के सोने—चांदी के जेवरात मिले। यह जेवरात उन्हें शादी के वक्त पत्नी को मिले थे। घर से महज एक हजार रुपए नकदी बरामद की गई। यह जानने के बाद अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गई। घर में साजो सामान भी कुछ नहीं था। सामान्य टेबल—कुर्सी थी जिसमें बैठकर समीर कुमार शर्मा ने लोकायुक्त पुलिस के अफसरों को चाय—बिस्कुट नाश्ते में दिया। समीर कुमार शर्मा ने लोकायुक्त पुलिस को बताया कि उनके पिता उत्तर प्रदेश सरकार में इंस्पेक्टर थे। उन्होंने कभी भी भ्रष्टाचार नहीं किया। उन्होंने विभागीय साजिश बताकर बदनाम करने की जानकारी अफसरों को बताई। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम उल्टे पैर वापस लौट आई।

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