MP Police High Tech Lab: गाय—भैंस के मांस की भोपाल में होगी जांच

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डीजीपी राजेन्द्र कुमार ने आधुनिक लैब के नव निर्मित प्रयोगशाला का किया उदघाटन, डीएनए के मामलों को छह महीने में सुलझाने की सलाह

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आधुनिक लैब के उदघाटन अवसर को संबोधित करते हुए डीजीपी राजेन्द्र कुमार

भोपाल। (Bhopal News In Hindi) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में गौ वंश से संबंधित मामलों में मांस का परीक्षण अब भोपाल में हो सकेगा। इस आधुनिक लैब का डीजीपी राजेन्द्र कुमार (DGP Rajendra Kumar) ने उदघाटन किया। इस मौके पर उन्होंने वैज्ञानिकों को अपने ही अंदाज में सबक भी सिखा दिया। उन्होंने कहा कि डीएनए के मामले बहुत ज्यादा लंबित हैं। इसको छह महीने में सुलझाने का प्रयास करें। इसके लिए पुलिस मुख्यालय से जो भी सहयोग चाहिए वह दिया जाएगा।

भोपाल में डिपो चौराहे के नजदीक बनी इस लैब का उदघाटन करने डीजपी राजेन्द्र कुमार पहुंचे। डीजीपी ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में जब तक नई अन्‍य लैब शुरू नहीं होतीं तब तक डीएनए सैम्‍पल जाँच की पैडेंसी दूर करने के लिए सागर एवं भोपाल की लैब को 24 घंटे चालू रखने का प्रयास करें। तकनीकी स्‍टाफ की कमी दूर करने के लिए स्‍टाफ का युक्तियुक्‍तकरण किया जाए। उन्‍होंने हिदायत दी कि डीएनए जाँच करने में सक्षम स्‍टाफ को मैदानी स्‍तर से इन प्रयोगशाला में पदस्‍थ करें। साथ ही भरोसा दिलाया अन्‍य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पुलिस मुख्‍यालय से हर संभव मदद मिलेगी। पुलिस महानिदेशक के आहृवान पर कार्यक्रम में मौजूद स्‍टाफ ने डीएनए पैडेंसी छ: माह के भीतर निपटाने का संकल्‍प लिया। डीजीपी ने यह भी कहा कि डीएनए जाँच रिपोर्ट एक ऐसा साक्ष्‍य है, जिससे अपराधी को शत-प्रतिशत सजा दिलाई जा सकती है। उन्‍होंने कहा कि लैगिंक अपराधों एवं हत्‍या के प्रकरणों में न्‍यायालय द्वारा डीएनए सैम्‍पल जाँच रिपोर्ट की माँग खासतौर पर की जाती है। इसलिए डीएनए जाँच की गति हमें तेज करनी ही होगी।
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मशीन देखकर चौके डीजीपी ने फिर कहा
डीजीपी ने कहा कि डीएनए जाँच के लिए प्रदेश की लेबोरेटरी में उच्‍च मानक स्‍थापित करने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि ऐसे पाठ्यक्रम बनाएं, जिनके डिप्‍लोमा व प्रमाण पत्र के आधार पर तकनीकी स्‍टाफ की पूर्ति की जा सके और न्‍यायालय में भी हमारा पक्ष मजबूत हो सके। डीएनए से संबंधित करीब 7 हजार जांच लंबित पड़ी है। यह संख्या सुनकर डीजीपी बोले बिना नहीं रह सके। दरअसल, उन्हें इसी कार्यक्रम में तीन करोड़ रुपए की खरीदी गई मशीन की विशेषता बताई गई थी। इस मशीन को नेक्सट जनरेशन सिक्वेन्सर कहते हैं। यह मशीन 45 मिनट में 18 सैंपल की रिपोर्ट देती है। यह जानने के बाद डीजीपी ने कहा कि फिर तो चौबीस घंटों के भीतर ही सैंकड़ों सैंपल की रिपोर्ट बन सकती है।
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सीएम ने भवन का किया था उदघाटन
कार्यक्रम में एडीजी तकनीकी सेवाएं जी अखेतो सेमा, एडीजी रेल अरूणा मोहन राव, एडीजी महिला अपराध अन्‍वेष मंगलम, एडीजी कल्याण विजय कटारिया, एडीजी अनंत कुमार सिंह सहित अन्‍य वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। लगभग छ: करोड़ रूपये की लागत से निर्मित इस हाईटेक लेबोरेटरी कॉम्‍प्‍लेक्‍स भवन का लोकार्पण 26 फरवरी को मुख्‍यमंत्री कमल नाथ ने किया था। इस लैब में अब गाय—भैंस के मांस का भी परीक्षण हो सकेगा। इससे पहले यह परीक्षण हैदराबाद की लैब में भेजा जाता था। जिसके लिए कंटेनर करके मांस को भेजा जाता था। ऐसा दावा किया जा रहा है कि लैब शुरू होने से पॉक्‍सो एक्‍ट एवं यौन अपराधों के निराकरण में तेजी आएगी।

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