MP Honey Trap में खुलासा कर रहे जीतू सोनी गिरफ्तार

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MP Honey Trap : कांग्रेस सरकार में फरार हुए माफिया भाजपा सरकार बनते ही सलाखों के पीछे जाने लगे

MP Honey Trap
गुजरात से गिरफ्तार जीतू सोनी जो रिमांड पर हैं

भोपाल। कांग्रेस सरकार में प्रदेश में सक्रिय माफियाओं के खिलाफ अभियान (MP Anti Mafia Campaign) चलाया गया था। इस अभियान की जद में इंदौर से अखबार का प्रकाशन करने वाले और होटल मालिक जीतू सोनी भी जद में आए थे। जीतू सोनी (Jeetu Soni) के खिलाफ सात महीने पहले 60 से अधिक मुकदमे दर्ज हुए थे। कांग्रेस कार्यकाल में जीतू सोनी की अवैध प्रॉपर्टी को भी जमींदोज किया गया था। तब से फरार जीतू सोनी गुजरात से दबोचा गया। जीतू सोनी की गिरफ्तारी (Jeetu Soni Arresting Reward) पर एक लाख 60 हजार रुपए का भी इनाम था। जीतू सोनी से पहले उसके भाई को क्राइम ब्रांच ने गुजरात से ही दबोचा था।

कांग्रेस की हो रही थी किरकिरी

मध्य प्रदेश का बहुचर्चित हनी ट्रैप (MP Honey Trap) मामले के दौरान जीतू सोनी चर्चा में आए थे। जीतू सोनी एक—एक करके हनी ट्रैप से जुड़े मामलों का खुलासा भी अपने अखबारों में कर रहे थे। एक आईएएस अधिकारी और भाजपा सरकार में मंत्री रहे एक बड़े नेता के हनी ट्रैप से जुड़े लोगों की जानकारी सार्वजनिक की गई थी। यह काम जीतू सोनी के समाचार पत्र में हुआ था। जिसके बाद जीतू सोनी सरकार की रडार पर आ गए थे। प्रदेश में माफिया के अभियान में होटल जमींदोज करने के अलावा अखबार के दफ्तर को भी सील किया गया था। तब से जीतू सोनी और उसका भाई महेंद्र सोनी (Mahendra Soni) भूमिगत हो गए थे।

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सिपाही ने कर दी थी मुखबिरी

इंदौर क्राइम ब्रांच (Indore Crime Branch) महेंद्र सोनी और जीतू सोनी की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। कुछ दिन पहले ही गुजरात के अमरेली इलाके से महेंद्र सोनी को दबोचा गया। महेंद्र को कैंसर का रोग है। इसके बाद जीतू सोनी को घेरे जाने का दावा किया गया। जिस दिन भाई गिरफ्तार हुआ था उसी दिन जीतू भी पकड़ा जाता। लेकिन, यह सूचना गुजरात के सिपाही ने लीक कर दी। जीतू सोनी गुजरात के सटोरिए के फॉर्म हाउस पर ठहरा था। इस मामले में सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। जीतू सोनी को लेकर क्राइम ब्रांच जिस काफिल के साथ लौटी उसके वाहनों के कांच टूटे थे।

एक पखवाड़े में ऐसा क्या हुआ

जीतू सोनी की गिरफ्तारी के बाद कई तरह की अफवाह भी फैल रही है। खबर है कि जीतू सोनी ने खुद सरेंडर किया था। लेकिन, इस बात की जानकारी को इंदौर पुलिस के अफसर सिरे से खारिज कर रहे हैं। जीतू सोनी के मध्य प्रदेश पुलिस के कई अफसरों से सीधे संपर्क हैं। एक अफसर और जीतू सोनी की बातचीत सामने आने के बाद रेंज की कुर्सी गंवानी पड़ी थी। इधर, लोग यह बोलकर भी कटाक्ष कर रहे हैं कि कांग्रेस के समय में फरार भाजपा सरकार आते ही धीरे—धीरे सलाखों के पीछे जाने लगे। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही फरार माफिया चंपू अजमेरा को भी पुलिस ने पकड़ा था।

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