MP Police Gossip: टीआई से लेकर अफसरों को थी पूरी खबर

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MP Police Gossip: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी का जबरिया लूट लिया था शहर के इस थाने में ट्रक

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सांकेतिक ग्राफिक डिजाइन टीसीआई

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज पुलिस ​महकमे (MP Police Gossip) की वह खबरें जो सामने नहीं आई। हालांकि भीतर ही भीतर वह महकमे में चर्चा का विषय बनी रही। द क्राइम इंफो की गुरुवार को प्रकाशित होने वाले एमपी पुलिस गॉसिप में के इस अंक में कुछ ऐसी ही जानकारियां। हमारा उद्देश्य किसी को कम या ज्यादा दर्शाना नहीं है। बस यह बताना है कि ऐसी बातें भी छुप नहीं सकती है।

फोन लगाता रहा ट्रांसपोर्टर

राजधानी के एक सरहदी थाने का यह मामला है। इस थाना क्षेत्र से ट्रक लूट लिया गया। ट्रक लूटने वाले कोई और नहीं बल्कि फायनेंस कंपनी के कर्मचारी थे। यह जानकारी थाना प्रभारी से लेकर आला अधिकारियों को थी। ट्रक में करीब 10 लाख रुपए की मूंगदाल लोड थी। ट्रांसपोर्टर इंदौर का था जिसने उसको छुड़ाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया। हालांकि उसको बाद में निराशा ही हाथ लगी। उसने जिस अफसर को फोन लगाया उन्हें पूरी कहानी पता थी। लेकिन, किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। अब फायनेंस कंपनी के कर्मचारियों पर इस दरियादिली के पीछे राज क्या है जनता ज्यादा बेहतर तरीके से जानती है।

होटल का जुआ बना अफसरों के लिए मुसीबत

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पिछले दिनों पचमढ़ी की एक होटल में छापा मारा गया। यहां एक कमरे में जुआ चल रहा था। यहां से करीब 62 हजार रुपए भी जब्त किए गए। लेकिन, आरोपियों के नाम को लेकर अफसरों की जुबान बंद हो गई। दरअसल, जुआ खेल रहे पुलिस महकमे के कर्मचारी थे। इसमें एक एसआई और तीन कांस्टेबल शामिल थे। जिन्हें दबोचा गया उनमें से एक संबंधित होटल के थाने का सिपाही था। सिपाही को तो एसपी ने निलंबित कर दिया। बाकी अन्य को पुलिस विभाग की दूसरी शाखा का मामला बताकर जिम्मेदारियों से अफसरों ने पल्ला झाड़ लिया। पकड़ाए पुलिस अफसरों में पीटीएस और रेडियो शाखा के अफसर थे।

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थाना प्रभारी हो गए ट्रैप

प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। यह आरोप प्रदेश में विपक्ष के नेता यूं ही नहीं लगाते। इन आरोपों के बीच एक पुरानी कहावत को कोतवाल ने साबित कर दी।ताजा मामला मुरैना जिले का ही ले लीजिए। यहां एक थाने के प्रभारी एसआई महोदय ट्रैप हो गए। वह भी महज 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए। वे मिट्टी के अवैध उत्खनन करने देने के बदले में यह राशि अपने हाथ में ले रहे थे। मतलब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का।

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