Bhopal Drug Smuggling: होटल के सामने से पकड़े आरोपी की निशानदेही पर झालावाड में पकड़ाया मास्टर माइंड, अभी कई अन्य परतें उजागर होना बाकी

भोपाल। मध्यप्रदेश में गांजा ओडिसा, छत्तीसगढ़ के रास्ते आता है। इसी रूट पर पहले स्मैक और कोकीन भी आती थी। पुलिस ने इस रूट पर दबिश देना शुरु किया तो नेपाल के रास्ते बिहार होते हुए यह खेप आने लगी। पुलिस ने इस नए रुट के भी तार को तोड़ते हुए कई कार्रवाई की है। अब भोपाल क्राइम ब्रांच (Bhopal Drug Smuggling) को तीसरे नए रूट की भनक लगी है। जिसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने स्मैक के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक गिरफ्तारी राजस्थान के झालावाड से की गई है।
पूर्व में भी दर्ज है एनडीपीएस के प्रकरण
यह जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान (Additional DCP Shailendra Singh Chauhan) ने बताया कि तस्करी में शामिल एक आरोपी के कब्जे से 40 ग्राम से अधिक स्मैक (Smack) बरामद हुआ है। आरोपी दीपक रघुवंशी (Deepak Raghuvanshi) है। वह मूलत: विदिशा (Vidisha) जिले के बसौदा देहात थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उसके खिलाफ पूर्व में दो बार एनडीपीएस (NDPS) के प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। उसके पास से एक बोलेरो वाहन एमएच—12—एसएफ—3589 के अलावा ओप्पो कंपनी का मोबाईल (Mobile) फोन भी जब्त किया गया है। बरामद संपत्ति की कीमत करीब पौने दस लाख रुपए हैं। आरोपी को गोविंदपुरा (Govindpura) स्थित टीआरटी के पास अग्रवाल होटल (Agrawal Hotel) के सामने से दबोचा गया। वह ग्राहक को स्मैक बेचने आया था। आरोपी दीपक रघुवंशी पिता राम सिंह रघुवंशी उम्र 34 साल को गिरफ्तार करने के बाद स्मैक के मुख्य सप्लायर के बारे में पूछा गया। उसने पूछताछ में बताया कि यह माल उसे राजस्थान (Rajasthan) के झालावाड जिले में स्थित छबडा के पास मोतीपुरा (Motipura) में रहने वाले हेमराज मीणा (Hemraj Meena) ने दिया था।
पुलिस दबोचने गई तो दूसरे साथी फरार हो गए
हेमराज मीणा (Hemraj Meena) पिता स्वर्गीय रमेश चंद्र मीणा उम्र 29 साल मूलत: राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित घाटोली थाना क्षेत्र के ग्राम देवरी का रहने वाला है। इसके अलावा एक अन्य आरोपी का भी नाम पता चला है। जिसको अभी पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। दरअसल जब हेमराज मीणा की गिरफ्तारी की जा रही थी वहां स्थानीय पुलिस और जनता के बीच मुठभेड़ हो गई। जिस कारण सिर्फ हेमराज मीणा को ही पकड़ा जा सका। दीपक रघुवंशी खेती किसानी पहले करता था। वह 2020 में बासोदा (Basoda) देहात थाने में पहली बार ड्रग (Drug) सप्लाई केस में पकड़ाया। उसके बाद अगले साल फिर उसे ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। एडीसीपी चौहान का कहना है कि इस नए रूट को लेकर कुछ जानकारियां भोपाल क्राइम ब्रांच (Bhopal Crime Branch) के पास है। इसमें निकट भविष्य में कई अन्य नामों को सामने लेकर आया जाएगा।
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