मुझे नशा सुनाई दिया तो पुलिस अफसर के होश उड़ा दूंगा : कमलनाथ

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प्रदेश में ड्रग माफियाओं पर नकेल कसने के मुख्यमंत्री ने दिए आदेश, डीजीपी ने रेंज आईजी से एक्शन प्लान मांगा

फ़ाइल फोटो पुलिस मुख्यालय में पहली बार मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ

भोपाल. मुझे नशा का सौदागर या नशा काराेबारी सुनाई दिया तो जिले के अफसरों की खैर नहीं रहेगी। पहले चलता होगा अब ऐसा मेरे रहते नहीं चलेगा। यदि कोई ऐसा कर रहा है तो उसे यह भी अहसास करा देना कि प्रदेश में अब मेरी सरकार हैं। यह मजमून उस आदेश का है जो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को दिए हैं। इस निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय से लेकर रेंज और जिलों में हड़कंप मच गया हैं। डीजीपी ने सभी रेंज आईजी से एक्शन प्लान की रिपोर्ट मांगी हैं।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला से कहा है कि प्रदेश में नशे के खिलाफ सर्वाधिक मात्रा मिलने वाले पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही नशे के खिलाफ मुहिम चलाने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री पुलिस मुख्यालय में आयोजित बैठक में इस सिलसिले में पहले ही चेता चुके थे। ताजा निर्देश के बाद डीजीपी ने सभी रेंज आईजी और एसपी को एक्शन प्लान के साथ कार्रवाई करने का आदेश दिया हैं। डीजीपी ने कहा है कि तस्करी में शामिल पूरी चैन को एक्सपोज किया जाए।

ऐसे हैं निर्देश

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मादक पदार्थों के अवैध शराब की बिक्री, नाइट्रावेट, अफीम, गांजा, चरस स्मैक समेत अन्य नशीले पदार्थों  के फल फूल रहे अवैध कारोबार को रोकने मुहिम शुरू करने के लिए कहा है। जिन इलाकों में यह नियंत्रित नहीं हो पा रहा है उस जिले के अफसर पर कार्रवाई करें। कमलनाथ ने कहा है कि ज्यादती समेत अन्य अपराधों की मूल वजह के पीछे नशा भी एक कारण है। स्कूल-कॉलेज के आसपास बिक्री धड़ल्ले से होती है। युवा नशे की लत से अपराधी हो रहा है।

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पता चले मेरी सरकार है

कमलनाथ ने डीजीपी से कहा है कि मेरी सरकार में इसके कारोबार से जुड़े, बिक्री करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी कठोर कार्रवाई की जाए कि उसे सालों याद रहे कि कमलनाथ सरकार में उसे ऐसी सजा मिली थी। इसके अलावा जुआ-सट्टा के अवैध अड्डों व उससे जुड़े लोगों और गुंडे-बदमाशों पर भी मुहिम चलाई जाए। पैसा लेकर कब्जा कराने और खाली कराने वाले लोगों पर भी कार्रवाई हो।

आदेश के बाद एक्शन

डीजीपी ने इस आदेश पर अमल शुरू कर दिया है। रेंज और जिलों के अफसरों को एक्शन प्लान के साथ रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है। आदेश जारी होते ही मंगलवार को डीआईजी भोपाल सिटी धर्मेन्द्र चौधरी ने जिले की बैठक बुला ली। उन्होंने भी डीजीपी के आदेश और उनकी मंशा से मैदानी अफसरों को अवगत करा दिया है। डीआईजी सिटी ने बैठक में कहा कि वे नशे के आदतन लोगों को सुधारने की भी कोशिश करें।

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