Bhopal Cop News: थानों में मौजूद कई रजिस्टर अधूरे देखकर नाराज हुए, जूनियर नव आरक्षकों को दे रखा था काम, कई थानों में बल की भारी कमी भी उजागर, पुलिस मुख्यालय भेजी जाएगी रिपोर्ट

भोपाल। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना (DGP Kailash Makwana) ने 14 जून को सभी मैदानी अफसरों को निरीक्षण का टास्क दिया। निरीक्षण की रिपोर्ट डीजीपी ने सभी अफसरों से पुलिस मुख्यालय को भेजने के भी निर्देश दिए हैं। यह आदेश मिलने के बाद भोपाल (Bhopal Cop News) शहर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र गोविंदपुरा (Govindpura) थाने पहुंचे। यहां थानों में भारी लापरवाहियां उन्हें देखने को मिली।
निगरानी बदमाशों का ब्यौरा मांगा
पुलिस सूत्रों के अनुसार थानों में अधिकांश रजिस्टरों में एंट्री ही नहीं थी। संबंधित काम देखने वाले कर्मचारियों से सफाई मांगी तो थाना प्रभारी ने बताया कि वे नवाचार के तहत जूनियरों को यह काम करा रहे हैं। पुलिस कमिश्नर ने बीट प्रणाली को समझते हुए कई बीट के निगरानी बदमाशों का ब्यौरा संबंधित प्रभारियों से भी मांगा। उन्होंने ई—इंवेस्टीगेशन एप प्रशिक्षण में गए कर्मचारियों के बारे में पूछा। कुछ लोगों ने बताया तो उनसे उसकी बारीकी और फायदे के बारे में पूछ लिया। थानो के भीतर स्वच्छता के अलावा पीड़ितों के प्रति व्यवहार वाले रजिस्टर का भी अवलोकन किया। पुलिस कमिश्नर के अलावा भोपाल शहर के सभी चार जोन के डीसीपी ने भी अलग—अलग थानों में जाकर अचानक आधी रात को निरीक्षण किया। यह सारी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय जाएगी। जिसमें पीएचक्यू (PHQ) के आदेश पर दिए गए बिंदुओं पर समीक्षा करके आगामी कमजोरियों के सुधार के संबंध में बताया जाएगा।
कई थानों में महिला अफसरों की भारी कमी
पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ थानों में पहुंचे डीसीपी को बताया गया कि उनके थानों में महिला अधिकारी नहीं होने के कारण उन्हें दूसरे थानों के भरोसे में रहता है। जिसमें एफआईआर में देरी से लेकर आने वाली दूसरी तकनीकी बाधाओं को लेकर स्थिति बताई गई। दरअसल, ई—इंवेस्टीगेशन में एंट्री डालने के बाद संबंधित कर्मचारी की सीसीटीएनएस आईडी अलॉट नहीं होने की भी समस्या बताई गई। एसआई से लेकर पुलिस कांस्टेबल की सीसीटीएनएस आईडी बनाने का काम एससीआरबी देखता हैं। कई बार थानों से रिमांइडर भेजे जाने के बावजूद कोई पहल नहीं की गई।
क्यों कराई जा रही है यह एक्सरसाइज
पुलिस मुख्यालय (PHQ) की प्रशासन शाखा से पिछले दिनों तैनाती को लेकर एक आदेश जारी हुआ था। जिसमें यह बात सामने आई थी कि कई थानों में अफसर लंबे समय से तैनात थे। पुलिस मुख्यालय (Bhopal Cop News) की दूसरी शाखाएं जो थानों के लिए दिशा—निर्देश देती हैं। सीआईडी, महिला शाखाएं, प्रशासन, आरएपीटीसी, एससीआरबी समेत अन्य विभागों का सीधा कनेक्शन थानों से होता है। पुलिस मुख्यालय के सारे विभाग का थानों से कितना जीवंत संपर्क यह पता लगाने के अलावा संबंधित शाखाओं के बीच संवाद की कमी का पता लगाना यह मकसद हैं। इसके अलावा पुलिस प्रशिक्षण का फीडबैक लेने के अलावा मैदानी फोर्स में किस तरह के सुधार की आवश्यकता है यह पता लगाना मकसद था। इन सभी बिंदुओं की एक रिपोर्ट बनाई जाएगी। जिसके बाद पुलिस मुख्यालय में सारे शाखाओं के प्रमुखों के साथ डीजीपी बैठक करके अगली रणनीति बनाने जा रहे हैं।
खबर के लिए ऐसे जुड़े

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।