भरोसेमंद खादिम ने ही कसा था भय्यू महाराज की मौत का फंदा 

Share

खुदकुशी मामले में इंदौर पुलिस ने तीन व्यक्तियों को किया गिरफ्तार, ब्लैकमेल करती थी दो युवतियां

इंदौर, 18 जनवरी। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर का चर्चित भय्यू महाराज की खुदकुशी मामले में पुलिस ने नया खुलासा कर दिया है। पुलिस का दावा है कि भय्यू महाराज के बेहद करीबी खादिम की हरकतों से वाकिफ नहीं थे। खादिम उनकी बजाय दो युवतियों का खबरची बन गया था। जिसके चलते वह डिप्रेशन में चले गए थे। इसी डिप्रेशन में आकर उन्होंने गोली मार ली थी।

भय्यू महाराज की राजनीतिक गलियारों में चर्चित व्यक्ति भी थे। उनकी मौत के सात महीने बाद इस मामले में शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है। खुदकुशी के लिये उकसाने के आरोप में पुलिस ने 25 वर्षीय युवती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उनमें भय्यू महाराज के दो सहयोगी शामिल हैं। डीआईजी सिटी हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि मामले में पलक, विनायक दुधाड़े और शरद देशमुख को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि पलक (25) पर आरोप है कि वह कुछ निजी वस्तुओं के आधार पर भय्यू महाराज (50) को ब्लैकमेल कर उन पर शादी के लिये दबाव बना रही थी, जबकि आध्यात्मिक गुरु के दो सहयोगी-दुधाड़े और देशमुख इस काम में युवती की कथित तौर पर मदद कर रहे थे।

डीआईजी के मुताबिक भय्यू महाराज की पत्नी आयुषी और उनके अन्य नजदीकी संबंधियों ने तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस को हाल ही में बयान दर्ज कराये हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भय्यू महाराज के पूर्व ड्राइवर कैलाश पाटिल ने भी पुलिस को कुछ दिन पहले दिये बयान में कहा था कि पलक यह कहकर आध्यात्मिक गुरु को ब्लैकमेल कर रही थी कि उसके पास उनसे जुडी कुछ निजी वस्तुएं हैं। भय्यू महाराज का सबसे खास सेवादार दुधाड़े उनकी आत्महत्या के तुरंत बाद चर्चा में आया था। आध्यात्मिक गुरु के कथित सुसाइड नोट में उनके वित्तीय उत्तराधिकार, सम्पत्ति, बैंक खाते और संबंधित मामलों में दस्तखत का हक दुधाड़े को ही सौंपे जाने का जिक्र था। वह भय्यू महाराज से करीब 15 साल पहले जुड़ा था और साये की तरह उनके साथ रहता था। दुधाड़े मामले में उस समय संदेह के घेरे में आया, जब वह आध्यात्मिक गुरु की खुदकुशी के कुछ समय बाद गायब हो गया था। पुलिस के मुताबिक भय्यू महाराज (50) ने यहां अपने बाइपास रोड स्थित बंगले में 12 जून को उनके लायसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
पुलिस ने भय्यू महाराज के घर से छोटी-सी डायरी के पन्ने पर लिखा सुसाइड नोट बरामद किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि वह भारी तनाव से तंग आकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर रहे हैं। शुरूआत में पुलिस को संदेह था कि भय्यू महाराज ने कथित पारिवारिक कलह से परेशान होकर खुदकुशी की थी। लेकिन भय्यू महाराज के भक्त इस पहलू को खारिज करते हुए लगातार कह रहे थे कि आध्यात्मिक गुरु की मौत के पीछे कोई गहरी साजिश है और इसके खुलासे के लिये मामले की सीबीआई से जांच करायी जानी चाहिये।

यह भी पढ़ें:   गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मानी गलती, कांग्रेस ने कसा तंज
Don`t copy text!