जस्टिस काटजू ने दी जनता को विद्रोह की नसीहत

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बोले जनता को नेताओं को मार देनी चाहिए गोली

मुरादाबाद। अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया मार्कंडेय काटजू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। रविवार को उन्होंने मुरादाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान व्यवस्था सुधारने के लिए जनता को एक तरह से विद्रोह की ही नसीहत दे डाली और नेताओं को पागल कुत्ता करार दिया। यही नहीं उन्होंने सभी नेताओं को एक तराजू में तौलते हुए गोली मारने की भी बात कही।

दिल्ली रोड स्थित सर्किट हाउस में पत्रकारों से उन्होंने मौजूदा देश में राजनैतिक और सामाजिक स्थिति अपना गुस्सा जाहिर किया और बोले कि इन नेताओं ने देश को बर्बाद कर दिया है। जैसे पागल कुत्ते को गोली मारी जाती है ठीक इसी तरह जनता इन्हें भी गोली मार दे।

देश का माहौल खराब
जस्टिस काटजू यहीं नहीं रुके बोले माहौल बेहद खराब हो चुका है। नेता अपने फायदे के लिए लोगों को आपस में लड़वा रहे हैं। एक दो को छोड़कर ज्यादातर नेता रास्कल,माफिया और लफंगे हैं। वहीँ भाजपा नेताओं द्वारा ट्वीटर हैंडल पर चौकीदार लिखने के सवाल पर कहा कि ये सब चोर हैं। ऐसे लोग जो समाज में नफरत फैलाने का काम करते हैं उनको फांसी लगनी चाहिए।

चुनाव में यकीन नहीं
इसके साथ ही उन्होंने चुनाव व्यवस्था पर कहा कि वे यकीन नहीं रखते इसमें, उन्होंने आज तक किसी को वोट नहीं किया। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि जाति बिरादरी और धर्म देखकर पब्लिक वोट देती है और इस व्यवस्था से जाति व्यवस्था और बढ़ी है कम नहीं हुई है।

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राम थे इंसान, उनका बने तो मेरा भी बने मंदिर
वहीं राम मंदिर पर बोले कि राम कोई भगवान नहीं थे, वे एक आम इंसान थे और इंसानों का मंदिर क्यों बने फिर तो मेरा मंदिर बने। उन्होंने कहा कि ये कोई मुद्दा है। इस समय भयंकर बेरोजगारी और स्वास्थ्य बच्चों को अच्छी शिक्षा मुद्दे होने चाहिए।

मीडिया पर साधा निशाना
जस्टिस काटजू यहीं नहीं रुके उन्होंने मौजूदा मीडिया की भी आलोचना की और कहा कि 99 प्रतिशत से अधिक मीडिया बिकाऊ है। पुलवामा हमले पर और उसके बाद मीडिया ने गंभीरता से खबरों का संकलन नही किया

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