Chhattisgarh Brutal Murder : झाड़ियों में मिला महिला का शव, मायके—ससुराल पक्ष के अलग—अलग आरोप

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पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई हत्या की वजह, पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार

 

Blind Murder
सांकेतिक चित्र

रायपुर। झाड़ियों में मिले महिला के शव को लेकर सस्पेंस गहरा गया है। मामला छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh Brutal Murder ) राज्य के रायगढ़ (Raigarh Mureder) जिले का है। पुलिस के सामने मायके—ससुराल पक्ष के अपने—अपने दावे हैं। इन दावों को लेकर पुलिस अब तक किसी भी निष्कर्ष में नहीं पहुंच सकी है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। मायका पक्ष हत्या का आरोप लगा रहा है तो ससुराल पक्ष पुलिस पर लापरवाही का आरोप।

पुलिस ने बताया कि घटना रायगढ़ जिले में बुधवार रात भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के देवरी गांव की है। यहां रहस्यमय तरीके से एक महिला लापता हो गई थी। जिसका बाद में शव गुरूवार सुबह नग्न अवस्था में झाड़ियों में मिला था। मौके पर पहुंची पुलिस को स्थानीय लोगों की मदद से पहचान करने में मदद मिली। जिस महिला की लाश मिली थी वह देवरी गांव की रहने वाली मनोहर बघेल की पत्नी गंगोत्री 25 साल निकली। इससे पहले शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई थी। वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने मृतका के पति को घटना की जानकारी दी थी। पति ने पुलिस को बताया कि वह रोज की तरह सुबह काम पर चला गया था। उसकी पत्नी भी काम पर चली गई थी। उसकी मां तिहारिन बाई व भाई सुनील कांसा खेत में धान की कटाई करने चले गए थे। उसकी बहन कौशल्या घर पर ही थी। शाम को गंगोत्री काम से घर लौटी थी। आकर पास के तालाब में नहाने ननद को बोलकर गई थी। जब काफी देर तक घर नहीं आई तो बहन ने भाई को फोन करके इसकी जानकारी दी थी। पति घर पहुंचा और गांव व आस—पास तलाशने का प्रयास किया।

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इसके बाद उसने थाने में जाकर पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुसिल ने महिला के शव को हिरासत में लेते हुए शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं महिला के हत्या की खबर से बौखलाए मायके वालों ने थाने में पुलिस को बताया कि लड़की की शादी को 8 साल हो चुके थे। उसको अब तक कोई संतान नहीं थी। दामाद मनोहर, सास तिहारिन बाई, ससुर हीरा लाल बघेल, देवर सुनील तथा ननद कौशल्या उसे प्रताड़ित करते थे। दो साल तक गंगोत्री मायके में रहती थी। मां की गवाही के बाद पुलिस ने गांव के लोगों से घटना वाले दिन की जानकारी ली। उस दिन मनोहर काम पर नहीं गया था। वह अक्सर पत्नी के साथ मारपीट करता था। पुलिस को हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए खोजी कुत्ते की मदद लेनी पड़ी थी। जिसके बाद कुुत्ते को घटना स्थल पर ले जाया गाया था। कुत्ता काफी देर तक घटना स्थल पर इधर—उधर घूमता रहा। बाद में गांव के भरत लाल बघेल के घर तक पहुंच और रूक गया। पुलिस की टीम भरत के घर पर भी नजरें हैं।

इधर मायके पक्ष ने पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठाए है। परिजनों का कहना है किगंगोत्री की गुमशुदगी की खबर पति व उसकी बहन कौशल्या ने उसके मायके अमानडुला में रहने वाले भाई श्रीकांत लहरे को दी थी। जिसके बाद मनोहर, उसके चाचा कौशल, फेकन लाल,भरत लाल रात 10 बजे के करीब थाने जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने रात में लड़की की खोजबीन शुरू नही की। दूसरे दिन सुबह 8 बजे पहुुंचने से पहले लड़की का शव झाड़ियों में पड़ा मिला था। पुलिस का कहना है कि महिला के पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ बोल पाएंगे।

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