Rajkot Kidnapping Case: 9 महीने से गायब इकलौती बेटी के पिता बोले घर बेचकर भी दूंगा इनाम, बस बेटी से मिला दो

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Rajkot Kidnapping CaseHigh Court ने CBI को सौंपा Rajkot Kidnapping Case का मामला।। बिलखते पिता ने की देशवासियों से अपील।। कोचिंग का टीचर ले गया छात्रा को

राजकोट (Rajkot)। अपहरण की यह कहानी (Rajkot Kidnapping Case) एक ऐसे मामले से जुड़ी है जिसके तार अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी (International Human Trafficking ) से जुड़े होने के संकेत दे रहे हैं। फिलहाल मामले की जांच हाई कोर्ट (Ahmedabad High Court) ने सीबीआई (CBI Gandhi Nagar) को सौंप दी है। एक तरफ 9 महीने से गायब इकलौती बेटी निधि (Nidhi) का पिता है जो हर उस दरवाजे पर दस्तक दे रहा है जहां से उसे अपनी बेटी के मिलने की उम्मीद दिखाई देती है। तो दूसरी ओर एक शातिर आरोपी जो राजकोट की इस बच्ची के पहले देश के विभिन्न हिस्सों से 8 अन्य बच्चियों का अपहरण कर चुका है। नौ महीने से पुलिस भी इस मजबूर पिता के साथ हैं, वकील बिना पैसे के मुकदमा लड़ रहा है और आस-पास के अन्य लोगों का सहयोग भी मिल रहा है, लेकिन नतीजा शून्य है। अब उम्मीद आप पर है जो इस खबर को पढ़ रहे हैं। गायब बेटी के पिता ने द क्राइम इन्फो से बातचीत करते हुए पाठकों से गुहार लगाई है कि उसकी बेटी को जो भी वापस लाने में मदद करेगा उसे वह अपना घर बेचकर इनाम देगा। पिता का कहना है कि इस तस्वीर में दिखाई देने वाले धवल को कोई भी कहीं देखे तो तत्काल सूचना दे। उन्हें उम्मीद है कि देशवासियों की मदद से उनकी बेटी से वे जरूर मिल पाएंगे।

असल में यह कहानी सिर्फ एक निधि (Nidhi) की नहीं हैं। ऐसी आठ अन्य लड़कियां भी है। जिन्हें आरोपी ने अपने जाल में फंसाकर परिवार से दूर कर दिया है। ताजा मामला राजकोट के नजदीक चोटिला गांव का है। यहां से सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी की छात्रा निधि (Nidhi) नौ महीने से गायब है। उसे अगवा कर ले जाने वाला बेहद शातिर है। वह अब तक करीब आठ अन्य छात्राओं का जीवन भी बर्बाद कर चुका है। और दिलचस्प यह है कि इन मामलों में वह जेल की हवा भी खा चुका है। उसने अपना नौंवा शिकार जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी की इस छात्रा को बनाया। अब तक शातिर अपराधी और छात्रा नहीं मिल सके हैं। राज्य पुलिस ने अब यह मामला सीबीआई को सौंप दिया है। इस मामले की जांच गांधी नगर सीबीआई (CBI Gandhi Nagar) की यूनिट कर रही है। मामला शुरू होने से लेकर अब तक पूरी कहानी बेहद फिल्मी है। यह भारत के कानूनी सिस्टम की पोल भी खोलती है।

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बेटी की उम्र की नाबालिग का किया अपहरण
आरोपी धवल पहले से एक मामले में जेल की सजा काट रहा था। बीते साल वह पैरोल पर रिहा हुआ और पैरोल में आने के बाद चोटिला के एक कोचिंग सेंटर में चला गया। वह टीचर बनकर वह बच्चों को पढ़ाने लगा। जिसमें से एक निधि नाम की लड़की भी थी। निधि उसकी नीयत से बेखबर थी। कुछ ​ही दिनों में धवल ने निधि को अपने जाल में फंसा लिया। उसके झांसे में आई निधि परिवार को बिना बताए अचानक लापता हो गई। जिस वक्त निधि का धवल ने अपहरण किया उस वक्त उसकी उम्र 17 साल 10 महीने थी।चालाक धवल त्रिवेदी जानता था कि मोबाइल से वह पकड़ा जाएगा। इस कारण उसने निधि का मोबाइल दिल्ली के करोल बाग में चार हजार रुपए में बिकवा दिया। जिस व्यक्ति को यह मोबाइल बेचा गया वह विशाल चौधरी है। उसको जब धवल का हुलिया बताकर जानकारी पूछी गई तो उसने बताया कि धवल त्रिवेदी ने यह मोबाइल चार हजार रुपए में उसको बेचा था। निधि के पिता ने बताया कि आरोपी धवल त्रिवेदी की पत्नी है जिससे उसका तलाक हो चुका है। तलाक के बाद वह मां-बाप के साथ वडोदरा में रहती है। उसकी सत्रह साल की बेटी भी है जो मां के साथ रहती है।

कौन है आरोपी Dhaval Trivedi
इस मामले में सुरेन्द्र नगर थाने में अपहरण की एफआईआर दर्ज है। यह एफआईआर चोटिला गांव में रहने वाले मुकेश राय ने दर्ज कराई है। मुकेश की चोटिला गांव में ही कटलरी की दुकान है। इस दुकान से उन्हें ज्यादा कमाई नहीं होती है। लेकिन, वे बेटी को पढ़ाना चाहते थे। लेकिन, उनके सपनों पर एक शातिर बदमाश ने ग्रहण लगा दिया। आरोपी धवल त्रिवेदी चोटिला के ही रहने वाले एक अन्य व्यक्ति के साथ पंजाब में गिरफ्तार हुआ था। वह एक युवती के साथ ज्यादती के मामले में आजीवन कारावास का आरोपी है। इस मामले में वह राजकोट जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। हाईकोर्ट के आदेश पर बीते साल उसे पैरोल पर रिहा किया गया। पैरोल का आदेश मिलने के बाद पैरोल पर चोटिला आ गया था।

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वकील ने नहीं ली Rajkot Kidnapping Case की फीस
मुकेश ने अपनी बेटी को तलाश करने के लिए जगह गुहार लगाई। बेटी की तलाश के लिए गुजरात में अब इतने चर्चित हो गए हैं कि हर कोई उनका नाम सुनकर उन्हें पहचानने लगा है। पुलिस ने अगस्त, 2018 से मुकदमा दर्ज करने के अलावा कोई सर्चिंग में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके बावजूद मुकेश कहते हैं कि वह पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि बेटी की तलाश के लिए मैं हाईकोर्ट की बैंच गया। जिसके बाद मेरा मामला सुनने के बाद हाईकोर्ट ने केस को सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। मैं इस फैसले से सहमत हूं और चाहता हूं कि सीबीआई मेरी मदद करें। हालांकि इसी पूरी कवायद में गुजरात के एक बड़े वकील ने उनकी बहुत मदद की। इस मदद के बदले में उन्होंने कोई फीस भी नहीं ली।

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मुकेश अपनी बेटी को बेहद चाहते हैं। उनका कहना है कि बेटी ही उनकी जिंदगी है उसे कोई लौटाने में मदद कर दे तो मैं उसे अपना मकान बेचकर भी एक लाख रुपए का इनाम दूंगा।

11 अगस्त 2018 को आखिरी बार दिखाई दिया था आरोपी

कौन है निधि
निधि राजकोट के नजदीक चोटिला गांव की रहने वाली है। वह बी.कॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा है। निधि सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से संबंद्ध कुंडल्य कॉलेज से कोर्स कर रही है। वह हर दिन सुबह साढ़े सात बजे कॉलेज जाती थी। दोपहर डेढ़ बजे वापस आ जाती थी। लेकिन, 11 अगस्त, 2018 को वह नहीं लौटी। इसी दिन सीसीटीवी में राजकोट में दोनों दिखाई दिए। उस दिन दोपहर होने से पहले ही मां की तबीयत बिगड़ गई थी। इस कारण मुकेश को फोन लगाकर बेटी को वापस बुलाने का प्रयास किया था। पर बेटी का फोन नहीं लगा और उसकी तलाश शुरू की गई। वह परिवार को अब तक नहीं मिल सकी।

पिता नेपाल से लेकर आधा भारत घूम चुका
मुकेश राय ने बताया कि वह महादेव के भक्त हैं। उन्हें पूरा यकीन है कि उनकी बेटी सकुशल है और वह मुझे मिलेगी। मेरे पास मेरी बेटी के अलावा कुछ नहीं हैं। उसके लिए मैं अपना सबकुछ लुटाने के लिए तैयार हूं बस वह मुझे मिल जाए यह बोलते हुए वे बिलख पड़े। हालांकि खुद को संभालते हुए उन्होंने बताया कि मैं अपने स्तर पर तलाश करने के लिए नेपाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत कई अन्य राज्यों में तलाश करके थक चुका हूं।

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