Indo Nepal Border Issue: चीन परस्त हो रहे नेपाल को भारत ने दिया कड़ा संदेश

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Indo Nepal Border Issue: सीमा सुरक्षा बल के डीजी ने नेपाली सुशस्त्र बल के आईजी को गैरकानूनी तरीके से भारत में चीनी और पाकिस्तानी नागरिक को मिल रहे प्रवेश के गंभीर संकट को लेकर किया आगाह, गृहमंत्री अमित शाह भी बोल चुके हैं यह बातें

Indo Nepal Border Issue
भारत—नेपाल सीमा का सांकेतिक चित्र

काठमांडू। भारत और नेपाल के बीच कूटनीतिक रिश्ते कुछ दिनों से सामान्य नहीं चल रहे हैं। दरअसल, नेपाल में जिस तरह से चीन निवेश कर रहा है उसे भारत अपने लिए खतरा मान रहा है। इसके बावजूद चीन परस्त हो रहे नेपाल भारत की इस चिंता को लेकर गंभीर नहीं हैं। इसलिए अब सीधा—सीधा कड़ा संदेश नेपाली सुरक्षा (Indo Nepal Border Issue) एजेंसियों को दे दिया गया है। भारत के सीमा सुरक्षा बल के डीजी इन दिनों नेपाल की यात्रा में है। इसी यात्रा के दौरान उन्होंने नेपाल में सशस्त्र पुलिस बल के आईजी को अपना संदेश दे दिया। यह फिलहाल आग्रह के रूप में कहा गया है। भारतीय सीमा सुरक्षा बल के डीजी ने मांग रखी है कि नेपाली सुरक्षा बल खुली सीमा से भारत में प्रवेश कर रहे चीन और पाकिस्तान के नागरिकों को रोकने का इंतजाम करें।

यह बोलकर नेपाल ने किया अपना बचाव

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पांच दिवसीय यात्रा पर पहुंचे एसएसबी के महानिदेशक सुजॉय लाल थाउसेन (Sujay Lal Thausen) ने नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल के महानिरीक्षक राजू आर्यल (Raju Aryal) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा और उसके प्रबंधन और समन्वय पर आयोजित छठी नेपाल-भारत बैठक के दौरान चिंताओं को उठाया। यह बैठक नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित की गई थी। बैठक के दौरान एक रिपोर्ट का हवाला देकर कहा गया कि पाकिस्तान और चीन के नागरिक नेपाल-भारत सीमा क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों में लिप्त होने के बाद भारत में प्रवेश कर रहे हैं। एसएसबी के महानिदेशक थाउसेन ने बैठक में कहा कि सशस्त्र उन्हें भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस बल को भूमिका निभानी चाहिए। हालांकि, एपीएफ ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्ष सीमा सुरक्षा सहयोग और सीमा पार आपराधिक गतिविधियों को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं और दोनों संस्थाओं के बीच प्रासंगिक जानकारी और संचार साझा करने पर सहमत हुए हैं।

नेपाल बोला ड्रग स्मगलिंग रोको

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काठमांडू में आयोजित बैठक में भारत—नेपाल के पुलिस अधिकारी।

थाउसेन ने प्रस्ताव दिया कि नेपाल को भारत में तीसरे देश के नागरिकों के प्रवेश और उनकी अवैध गतिविधियों को रोकना चाहिए। इसके जवाब में एपीएफ के महानिरीक्षक आर्यल ने कहा कि नेपाल की धरती पर कोई भारत विरोधी गतिविधि नहीं है और तीसरे देशों के लोग नेपाल-भारत सीमा (Indo Nepal Border Issue) से भारत में प्रवेश नहीं कर पाए हैं। एपीएफ के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा लेकिन भारतीय पक्ष नेपाल के आश्वासन से सहमत नहीं था और कहा कि तीसरे देशों के नागरिकों को नेपाल से भारत में प्रवेश करते देखा गया था, इसलिए उन्होंने जोर देकर कहा कि इसे वैसे भी रोका जाना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय पक्ष ने शिकायत की है कि चीन और पाकिस्तान के नागरिक अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नेपाल-भारत सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश करते हैं। भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने कुछ महीने पहले भट्टामोद इलाके से घुसे एक पाकिस्तानी को गिरफ्तार किया है। बैठक में भारतीय पक्ष ने इसे उदाहरण के तौर पर पेश किया। बैठक में नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों ने भारत की ओर से नेपाल में अवैध हथियारों और नशीली दवाओं के व्यापार को नियंत्रित करने का प्रस्ताव रखा। इसी तरह, महानिरीक्षक आर्यल ने भारत से नेपाल में प्रवेश करने वाले नशीले पदार्थों, पूर्व में एपीएफ ने जब्त किए हैं। भारत से लाए गए छोटे हथियारों के विवरण, भारत में अपराध करने के बाद नेपाल में छिपे अपराधियों और सीमावर्ती क्षेत्रों में नेपाली लोगों को लूटने के मुद्दे पर भी चर्चा की। यह जानकारी जनता से रिश्ता नाम की एक न्यूज वेबसाइट ने एक एजेंसी के हवाले से उजागर की है।

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