Chitrkoot Murder Case : पत्नी का शव ठिकाने लगाते वक्त बरुआ डैम में डूब गया था सपा नेता

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दूसरे दिन मिल गई थी पत्नी की लाश, 9 दिन बाद डैम से बरामद हुआ शव

बरुआ बांध

चित्रकूट। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में सामने आए सनसनीखेज मामले में बरुआ बांध (Barua Dam) से एक और लाश बरामद हो गई है। बुधवार को बरुआ बांध में समाजवादी पार्टी के नेता और मछली ठेकेदार भरत दिवाकर (Bharat Diwakar) (42) का शव तैरता हुआ मिला। घटना के नौंवे दिन बरामद हुआ शव बुरी तरह सड़ चुका है। परिजन से शिनाख्त के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। भरत दिवाकर ने अपनी पत्नी मीनू (Meenu Diwakar) (38) की हत्या की थी। जिसके बाद वो शव को ठिकाने लगाने के लिए बांध में गया था। शव को बांध में फेंकते वक्त नाव पलट गई थी और भरत दिवाकर डूब गया था।

ऐसे की पत्नी की हत्या

भरत दिवाकर ने अपनी पत्नी मीनू की हत्या सुनियोजित तरीके से की थी। उसने अपनी बेटी को ननिहाल भेज दिया था। जिसके बाद रात के वक्त उसने मीनू की हत्या कर दी। नाविक को नाव लेकर बांध के किनारे पर बुलाया था। अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में मीनू का शव लेकर भरत बांध पर पहुंचा। मीनू के शव को नाव में रखकर बांध के बीचोबीच ले गया। जहां उसे फेंकते वक्त नाव पलट गई और भरत भी मीनू के शव के साथ ही डूब गया। नाविक ने किसी तरह अपनी जान बचा ली।

ऐसे हुआ खुलासा

घटना के दूसरे दिन जब भरत और मीनू घर पर नहीं मिले तो परिजन ने उनकी तलाश शुरु की। बांध के किनारे भरत की गाड़ी मिली। वहीं पर उसके जूते, कपड़े और मीनू की चप्पल भी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने खोजबीन शुरु की, ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने आखिरी बार भरत को नाविक रामसेवक के साथ देखा था। पुलिस ने रामसेवक से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने रहस्य से पर्दा उठा दिया। उसने बताया कि मीनू की लाश ठिकाने लगाते वक्त नाव पलट गई थी। सीओ ने बताया कि सपा नेता की पत्नी का शव गोताखोरों ने घटना के दूसरे दिन बांध से ढूंढ निकाला था, मगर भरत का शव नहीं ढूंढ पाए थे। उन्होंने बताया कि महिला के शव को गायब करने में शामिल सपा नेता के सहयोगी नाविक रामसेवक केवट को चार दिन पहले ही आईपीसी की धारा-201 के तहत जेल भेज दिया गया था।

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