लूप लाइन में भेजे गए कांग्रेस विधायक के भाई

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जिलों से पीएचक्यू अटैच किए गए तीन भारतीय पुलिस सेवा के अफसरों को लूप लाइन में डाला

भोपाल। चुनाव आयोग ने भारतीय पुलिस सेवा के तीन अफसरों की जिम्मेदारियां बांट दी है। यह वे अफसर है जिन्हें आयोग ने अलग-अलग कारणों से जिलों से हटाकर पीएचक्यू अटैच किया था। अब इन अफसरों को जिम्मेदारियां देते हुए आयोग ने लूप लाइन में डाल दिया है।
जानकारी के अनुसार भारतीय पुलिस सेवा में 2009 बैच के आईपीएस अमित सिंह पिछले दिनों पीएचक्यू अटैच किए गए थे। इससे पहले सिंह जबलपुर एसपी थे। आयोग ने उनके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद हटा दिया था। आरोप था कि सिंह मंत्री के साथ एक समारोह में नाच रहे थे। हालांकि बाद में आईजी की रिपोर्ट से उन्हें राहत मिली थी। सिंह को लेकर आयोग ने ताजा आदेश जारी किया है। इसमें उन्हें भिंड की 17वीं वाहिनी में कमांडेंट बनाया गया है। इसी तरह 2009 बैच के आईपीएस संतोष सिंह गौर को सतना जिले से हटाया गया था। गौर के खिलाफ कांग्रेस नेता ने ही चुनाव आयोग में शिकायत की थी। उनके खिलाफ जिले में अपहरण और अपराध का ग्राफ बढ़ने का आरोप लगाया गया था। गौर की जगह रियाज इकबाल को आयोग ने भेजा था। गौर को पिछले दिनों पीएचक्यू अटैच कर दिया था। उन्हें अटैच करते ही आयोग ने नई जिम्मेदारी भी दे दी थी। गौर 20 अप्रैल तक मिजोरम में ही रहेंगे। गौर मिजोरम में चुनाव आर्ब्जरवर बनाकर भेजे गए हैं। अब ताजा आदेश में गौर को भोपाल की सातवीं वाहिनी में कमांडेंट बनाकर भेजा गया है। इधर, 2013 बैच के आईपीएस हितेश चौधरी को बालाघाट की 36वीं वाहिनी में कमांडेंट बनाकर भेजा गया है। चौधरी कांग्रेस विधायक कुनाल चौधरी के भाई है जिन्हें आयोग ने सिंगरौली जिले से हटाकर पीएचक्यू अटैच किया था। हितेष चौधरी राजधानी में भी तैनात रहे हैं। उन्होंने सोषल पुलिसिंग पर काम किया था। जिसमें उन्हें कुछ सफलता मिली थी।

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