Neemuch Jail Brake : जेल ब्रैक में चार नहीं चौदह लोग थे शामिल जिनमें दो जेल प्रहरी भी

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Neemuch Jail Brake
ये चार कैदी हुए फरार

जेल के भीतर से दो अन्य बंदी कर रहे थे मदद, बंदियों के दो मददगार प्रहरियों के खिलाफ भी मामला दर्ज, साजिश बनाने वाला मुख्य आरोपी दबोचा गया

नीमच। मध्यप्रदेश के (Neemuch Jail Brake) नीमच जेल ब्रैक मामले में बरामद मोबाइल से प्रहरियों के शामिल होने की जानकारी का खुलासा हुआ है। जिसके बाद दोनों प्रहरियों को भी जेल ब्रैक मामले में आरोपी बनाया गया है। इधर, पुलिस ने जेल ब्रैक करके भागे एक बदमाश को दबोचने में कामयाबी मिली है।

नीमच एसपी राकेश सगर के मुताबिक (Neemuch Jail Brake) जेल ब्रैक की घटना एक महीने पहले से तैयारी की जा रही थी। यह योजना विनोद दांगी बना रहा था। वह भी जेल से फरार होने वाला था। लेकिन, 11 जून को उसकी एनडीपीएस के मामले में जमानत मिल गई। विनोद जमानत होने के बाद से लगातार भागने वाले बंदियों से मुलाकात भी कर रहा था। उसने ही जेल के भीतर मोबाइल पहुंचाने में भी मदद की थी। इसके बाद उसने (Neemuch Jail Brake) जेल में बंद अपने चार साथियों बंशीलाल, दुबे लाल, पंकज और लेख राज को निकालने की योजना बनाई थी। इस योजना में उसने पंकज के पिता रामनारायण मोंगिया, नाहर सिंह के भाई बबलू, उसके दोस्त कमल लाल को अपने साथ कर लिया। जिस दिन आरोपी भागे थे उस दिन बाहर से दो व्यक्ति मदद कर रहे थे। इसके अलावा (Neemuch Jail Brake) जेल के भीतर से दो बंदी पवन धाकड़ और रामप्रकाश मदद कर रहे थे। इस पूरी योजना के खाका की खबर जेल प्रहरी ईश्वर चंद्र और बृजेन्द्र धाकड़ को भी थी। इन दोनों को भी मामले में सह आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने मामले के मास्टर माइंड विनोद दांगी को दबोच लिया है।

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क्या है मामला
घटना (Neemuch Jail Brake) 23 जून की सुबह सुबह 3.30 से सुबह 4.30 के बीच हुई थी। बंदियों ने अपनी बैरक की सलाखें आरी से काटी और रस्सी की मदद से जेल की दीवार फांदकर भाग गए थे। भागने वाले बंदी बैरक नंबर 11 में एक साथे। उनके साथ 22 अन्य बंदी भी जेल में थे। जिन्होंने कुछ नहीं बोला। इसके बाद बंदी 22 फीट ऊंची दीवार फांद गए। जिसके लिए बाहरी व्यक्ति ने रस्सी मुहैया कराई।

अब तक क्या हुई कार्रवाई
जेल (Neemuch Jail Brake) प्रशासन की गंभीर लापरवाही सामने आई है। जेलर आरसी बसुनिया समेत चार जेल प्रहरियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जिन्हें सस्पेंड किया गया उनमें प्रहरी विजेंद्र धाकड़, ईश्वर, संचित शर्मा और बालमुकुंद लवाना थे। इसके अलावा दो प्रहरियों ईश्वर चंद्र और बृजेन्द्र धाकड़ पर मामला दर्ज किया गया है।

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कौन पकड़ाया
जेल से जो बंदी भागे थे उनमें (Neemuch Jail Brake) नाहर सिंह पिता बंसीलाल बंजारा (20) निवासी ग्राम गणेशपुरा थाना भिंडर जिला उदयपुर था। वह मादक पदार्थ की सप्लाई के मामले में गिरफ्तार हुआ था जिसे 10 साल की सजा हुई थी। इसी तरह दूसरा आरोपी दुबे लाल पिता दशरथ धुर्वे (19) निवासी ग्राम गोगरी थाना नौगांव जिला मंडला था। अरोपी को ज्यादती के मामले में 10 साल की सजा हुई थी। इसके अलावा पंकज पिता रामनारायण मोंगिया (21) निवासी ग्राम नल वाई थाना बड़ी सादड़ी जिला चित्तौड़। पंकज भी नशे के कारोबार से जुड़ा हुआ था। वहीं चौथा आरोपी लेख राम पिता रमेश बावरी (29) निवासी ग्राम चंदवासा थाना मल्हारगढ़ जिला मंदसौर था। इसमें से पुलिस ने विनोद दांगी को दबोच लिया है।

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सुरक्षा ऑडिट की खुली पोल
मध्यप्रदेश में (Neemuch Jail Brake) जेल ब्रैक का यह मामला पहला नहीं हैं। सबसे पहले सिमी आतंकियों ने खंडवा में जेल ब्रैक की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद दूसरी घटना भी सिमी आतंकियों ने ही अंजाम दी थी। यह घटना भोपाल सेंट्रल जेल में अंजाम दी गई थी। इन दोनों (Neemuch Jail Brake) घटनाओं को अंजाम देने के लिए दीवाली की रात चुनी गई थी। जिसके बाद डीजी जेल संजय चौधरी ने सिक्यूरिटी ऑडिट कराया था। इसके बाद प्रदेश की जेल में कई बदलाव किए गए थे। हालांकि यह बदलाव मैदान में कितने कारगर हुए वह नीमच जेल ब्रैक के बाद उजागर हो गए।

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