MP Migrant Worker Misery: लाठी दिखाकर बस को खदेड़ा फिर Operator को मनाते रहे पुलिस के अफसर

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मजदूरों को ले जाने पहुंचे बस ड्रायवरों से बदसलूकी, थाना प्रभारी ने डंडे दिखाकर मजदूरों को खदेड़ा, मामले को अफसरों ने दबाया

सांकेतिक चित्र

भोपाल। (Madhya Pradesh Lock Down) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की समझाईश के बावजूद मैदानी अमला मजदूरों के साथ लगातार अभद्रता कर रहा है। ताजा मामला मध्य प्रदेश (MP Migrant Worker News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Migrant Labour Misbehave Case) का है।इस पूरे मामले को अफसरों ने दबाने का प्रयास किया। लेकिन, इस मामले में पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा (Former Minister PC Sharma) ने पत्राचार करके तूल दे दिया है। यहां एमपी नगर स्थित डीबी मॉल से चार बसें रीवा (Rewa News) के लिए रवाना होनी थी। इन बसों में सवार होने के लिए पहुंचे मजदूरों को पहले डंडे के दम पर पुलिस ने खदेड़ दिया। फिर बस ड्रायवर को वहां से भगा दिया। जबकि बस ड्रायवर भोपाल से रीवा का परमिट दिखाते रहे। नतीजतन यह पूरा विवाद पुलिस (Bhopal Migrant Labour Lathicharge) और प्रशासन के आला अफसरों के पास भी पहुंचा। लेकिन, मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की बजाय अफसरों ने पूरे मामले में पर्दा डाल दिया।

जानकारी के अनुसार भोपाल से रीवा के लिए चार बसे मंगलवार शाम 4 बजे डीबी मॉल से रवाना होनी थी। जिन बसों को रीवा जाना था उनके रजिस्ट्रेशन नंबर www.thecrimeinfo.com (द क्राइम इंफो डॉट कॉम) के पास मौजूद है। इसके अलावा इन बसों को एडीएम की तरफ से जारी परमिट के भी दस्तावेज मौजूद है। यह बसें नियत समय पर वहां लग गई। लेकिन, वहां एमपी नगर थाना प्रभारी मनीष राय (TI Manish Rai) वहां पहुंच गए। पहले तो उन्होंने रीवा के मजदूरों को लठ की आवाज की दम पर पहले उन्हें खदेड़ा। फिर बस ड्रायवरों को अपनी जुबानी जंग से भगाया गया।

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बस चालक अपने परमिट दिखाते रहे फिर भी पुलिस के अफसरों ने एक नहीं सुनी। नतीजन इस बात से बस मालिक नाराज हो गए। उन्होंने अपनी बसों को खड़ा करा दिया। जब यह खबर कलेक्टर तरुण पिथोड़े (IAS Tarun Pithore) को लगी तो उन्होंने मामला संभालना चाहा। हालांकि एडीजी और भोपाल रेंज के आईजी उपेन्द्र जैन (IPS Upendra Jain) ने थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश डीआईजी को भी दिया। लेकिन, इस पूरे घटनाक्रम को पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने दबा लिया। इस विवाद के बाद मजदूरों को अपने साधनों से जाना पड़ा।

इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की तरफ से साफ हिदायत दी गई है कि मजदूरों को परेशान करने अथवा होने की खबरें उन तक न पहुंचे। हालांकि अब यह मामला तूल पकड़ चुका है। इस घटनाक्रम को लेकर पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। यह पूरे विवाद को लेकर पक्ष जानने के लिए कलेक्टर तरुण पिथोड़े और डीआईजी सिटी इरशाद वली (DIG City Irshad Wali) को फोन लगाया गया। लेकिन, दोनों ही अफसरों ने मोबाइल फोन पर कोई रिस्पांस नहीं दिया। अफसरों की तरफ से इतने गंभीर और संवेदनशील मामले में सरकार की तरफ से कोई सार्थक पक्ष ही नहीं रखा गया।

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