MP PHQ News: प्रदेश के नागरिकों के लिए पीएचक्यू की तरफ से चेतावनी

Share

MP PHQ News: भारत—पाकिस्तान युद्ध उन्माद फैलाते हुए समाचार की लिंक को खोला तो खाली हो जाएगा बैंक खाता, भावनाओं के बीच फायदा उठाने के लिए सायबर हैकरों ने अपनाई है यह खतरनाक तकनीक

MP PHQ News
सांकेतिक ग्राफिक डिजाइन टीसीआई

भोपाल। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत—पाकिस्तान के बीच सीमा पर काफी तनाव हैं। दोनों देशों की सेनाएं एक—दूसरे पर हमले कर रही हैं। पूरी दुनिया का ध्यान इस वक्त भारत—पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव को लेकर हैं। इसी भावनात्मक माहौल के बीच सायबर हैकरों ने एक तकनीक विकसित कर ली है। इस बात को लेकर चेतावनी देते हुए पुलिस मुख्यालय (MP PHQ News) ने मध्यप्रदेश केे सभी नागरिकों को सतर्क होने एडवायजरी भी जारी कर दी है।

ऐसा करने से सभी लोग बचे

भारत-पाक संघर्ष के चलते सायबर हमले का जोखिम बढ़ गया है। इसमें सरकारी एजेंसियों, सैन्य कर्मी संस्थान और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जा सकता है। भारत-पाक संघर्ष के संबंध में WhatsApp, E-mail और Social Media Platform के माध्यम से तेजी से फैल रही दुष्प्रचार सामग्री के बारे में सतर्क रहना आवश्यक है। इस सामग्री में भ्रामक Videos, Images, ‘.exe/.apk’ और भारत-पाक संघर्ष से संबंधित समाचार या अपडेट के रूप में Phishing emails, Fake Login Pages और Malicious Attachments जैसी परिष्कृत रणनीति का उपयोग शामिल है। साइबर अपराधी समाचार अथवा सूचनाओं से संबंधित विशेष अपडेट, संघर्ष से संबंधित कथन या लीक हुए फुटेज के बहाने दुष्प्रचार सामग्री प्रसारित कर रहे हैं। जिनमें मैलवेयर, स्पाइवेयर या फिशिंग वेबसाइट्स के लिंक होते हैं। यह सामग्री विभिन्न URL लिंक या अज्ञात नंबरों से भेजी गई तस्वीरों के रूप में भी हो सकती है जो कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से बड़ी सरलता से प्रेषित की जा सकती है।

ऐसा न करने की सलाह दी गई

दुष्प्रचार रूप से तैयार की गई एपीके फाइल, .exe फाइल और वीडियो फाइल/लिंक को फिशिंग लिंक एम्बेड करना जो विश्वसनीय स्रोतों या समूहों के समान प्रतीत होते हैं। वैध समाचार या सरकारी स्रोतों की तरह दिखने के लिए डिजाइन की गई इन फिशिंग वेबसाइट्स के माध्यम से व्यक्तिगत डेटा को चुराया जा सकता है। App या Tool (जैसे, “Live war updates App”) के रूप में लेबल की गई APK फाइल्स का प्रसार किया जा रहा है। जिसके माध्यम से डेटा चुराना या डिवाइस को लॉक करके फिरौती की मांग की जा सकती है। इसके अतिरिक्त इन Tools के माध्यम से बैंक खाते या सोशल मीडिया खाते आदि को भी हैक किया जा सकता है। कभी भी अनजान फोन नंबर से भेजे गए वीडियो या इमेज फाइल को Open न करें, भले ही ऐसी फाइल किसी ऐसे व्यक्ति की तरफ से Forward की गई हो जिस पर आप भरोसा करते हैं। स्वयं भी ऐसे मैसेज फाइल को कभी किसी को या किसी समूह को Forward न करें। केवल Google Play Store या अधिकृत ऐप स्टोर से ही किसी App को Install करें। विवादित अपडेट या संवेदनशील फुटेज दिखाने का दावा करने वाले Forward किए गए लिंक पर Click कर Open करने का प्रयास न करें। यदि आप किसी ऐसे समूह के सदस्य हैं जहां भड़काऊ या असत्यापित सामग्री शेयर की जा रही हो तो ऐसा करने वाले संदिग्ध WhatsApp ग्रुप से बाहर निकलें। रिपोर्ट करें और ऐसे ग्रुप को Delete करें।

मोबाइल पर यह सेटिंग करें

ऑटो डाउनलोड Disable करें, WhatsApp की Setting में -> Storage और Data -> सभी Media (Photo, Audio, Video, Documents) के लिए Auto-download को Disable करें। अकाउंट हैक होने से बचाने हमेशा WhatsApp अकाउंट Setting में 2-step Verification Enable करें। किसी भी दुष्प्रचार संदेश या समूह गतिविधि को सीधे WhatsApp पर Report करें या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें। OTP किसी के साथ साझा न करें। यदि आपको ई—मेल पर संदेश आया है तो उसे न खोलें। खासकर वे जो भारत-पाक संघर्ष से संबंधित विषय वाले हों। अनचाहे ईमेल से आए Attachments को Download करने या लिंक पर Click कर Open करने से बचें। ईमेल Address की सावधानीपूर्वक जांच करें क्योंकि फिशिंग ईमेल भेजने के लिए साइबर अपराधी अक्सर असली जैसे दिखने वाले Address की नकल करते हैं।

ऐसा भी करके सुरक्षित हो सकते हैं

MP PHQ News
मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय भवन- फ़ाइल फोटो

सभी ईमेल अकाउंट्स में 2-Factor Authentication (2FA) Enable करें। Updated Antivirus Software का ही उपयोग करें और Spam Filter को Enable रखें। भारत-पाक संघर्ष पर अपडेट या सूचनाएं जानने के लिए केवल सत्यापित समाचार चैनल और सोशल मीडिया हैंडल का ही उपयोग करें। संवेदनशील फर्जी समाचारों (MP PHQ News) को Forward या Download करने से बचने के लिए Fact Checkers का उपयोग करें। Cloud Storage एवं महत्वपूर्ण डेटा का नियमित रूप से Backup लेते रहें। अपने Antivirus और Mobile Security Software को नियमित रूप से Update करें। विशेष रूप से संवेदनशील घटनाओं या सूचनाओं की असत्यापित सामग्री को Share करने से बचें।आपातकालीन स्थिति के लिए जरूरी उपाय करके भी बचा जा सकता है। जिसके लिए सेटिंग्स में जाकर सेफ्टी और इमरजेंसी को क्लिक करे। इसके बाद इमरजेंसी SOS में जाकर इसे ऑन कर दे। (पावर बटन को 5 बार दबाकर SOS भेजें)। यदि आपके पास आई फोन है तो सेटिंग्स > इमरजेंसी SOS > “साइड बटन से कॉल करें” और “ऑटो कॉल” चालू करें। (साइड बटन को 5 बार दबाकर ।SOS भेजें)। इमरजेंसी कॉन्टैक्ट्स और मेडिकल ID। एंड्रायड फोन में सेटिंग्स > सेफ्टी और इमरजेंसी इमरजेंसी कॉन्टैक्ट्स में जोड़ें। आई फोन वाले उपभोक्ता हेल्प ऐप > मेडिकल ID सेट करें और “लॉक स्क्रीन पर दिखाएं” चालू करें। एंड्रायड और आई फोन के सेटिंग > नोटिफिकेशन वायरलेस अलर्ट्स सभी चेतावनियाँ ऑन करें (भूकंप, सुनामी, आतंकी हमला आदि)।

यह भी पढ़ें:   MP Police News: पुलिस विभाग का यह अफसर जिसका नाम सुनकर महिला स्टाफ कांप जाता था

खबर के लिए ऐसे जुड़े

MP PHQ News
भरोसेमंद सटीक जानकारी देने वाली न्यूज वेबसाइट

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।

Don`t copy text!