वित्त मंत्री थाने के भीतर धरने पर बैठे

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भोपाल से सांसद प्रत्याशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की है मांग

जबलपुर। प्रदेश के वित्त मंत्री तरूण भनोट शनिवार दोपहर गोरखपुर थाने के भीतर धरने पर बैठ गए। वे भोपाल से भाजपा सांसद प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की।
जानकारी के अनुसार भनोट थाने के भीतर जमीन पर बैठ गए। उनके साथ जबलपुर के कई पार्षद भी हैं। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ने देश की सेवा में शहीद हुए लोगों का अपमान किया है। भनोट ने कहा कि मैं कार्रवाई के लिए आवेदन लेकर आया हूं। जब तक कार्रवाई नहीं होगी मैं यहां से उठने वाला नहीं हूं। उन्होंने थाने के भीतर जमीन पर बैठने के सवाल पर कहा ऐसा कुछ नहीं है यहां संसाधन पर्याप्त हैं। पर मेरे साथ कार्यकर्ताओं की संख्या ज्यादा है। इसलिए उनके साथ बैठा गया हूं। भनोट के थाने में इस तरह से पहुंचने पर प्रशासन की तरफ से भी वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही थी।

प्रज्ञा ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी
बयान को लेकर चारों तरफ से घिरी प्रज्ञा ठाकुर को निर्वाचन आयोग ने कारण बताओ नोटिस थमा दिया है। यह नोटिस हुजूर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर के रिपोर्ट में जारी हुआ है। इसमें पूछा गया है कि १८ अप्रैल को बैरागढ़ के सनसिटी मैरिज गार्डन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में जो भाषण दिया गया है वह आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के दायरे में आता हैं। आपके खिलाफ क्यों न कार्रवाई की जाए इसका एक दिन के भीतर में जवाब दें।

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सुनिए : थाने के भीतर वित्त मंत्री मीडिया को बयान देते हुए

ये है मामला

टिकट की घोषणा के बाद प्रज्ञा ठाकुर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहीं थी। उसी दौरान उन्होंने कहा “हेमंत करकरे को जांच आयोग के सदस्य ने बुलाया और कहा कि जब सबूत नहीं है तो साध्वी जी को छोड़ दो। सबूत नहीं है तो इनको रखना गलत है, तब करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा लेकिन सबूत लेकर आऊंगा। मैं साध्वी को नहीं छोड़ूंगा। ये उसकी कुटिलता थी, ये देशद्रोह था।“ प्रज्ञा ने आगे कहा, ‘यह उसकी कुटिलता थी। यह देशद्रोह था, यह धर्मविरुद्ध था। तमाम सारे प्रश्न करता था। ऐसा क्यों हुआ, वैसा क्यों हुआ? मैंने कहा मुझे क्या पता भगवान जाने। तो क्या ये सब जानने के लिए मुझे भगवान के पास जाना पड़ेगा। मैंने कहा बिल्कुल अगर आपको आवश्यकता है तो अवश्य जाइए। आपको विश्वास करने में थोड़ी तकलीफ होगी, देर लगेगी। लेकिन मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा।’ साध्वी प्रज्ञा ने हिरासत के दौरान उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा, ‘इतनी यातनाएं दीं इतनी गंदी गालियां दीं जो असहनीय थी मेरे लिए और मेरे लिए नहीं किसी के लिए भी। मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जब किसी के यहां मृत्यु होती है या जन्म होता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था। ठीक सवा महीने में जिस दिन इसको आतंकवादियों ने मारा उस दिन सूतक का अंत हो गया।’ इस टिप्पणी के बाद प्रज्ञा पर चौतरफा हमले हो रहे है। लोगों ने उनके बयान की निंदा की जिसके बाद शुक्रवार शाम प्रज्ञा ठाकुर ने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने अपने बयान पर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि  मैंने महसूस किया कि देश के दुश्मनों को इस बयान से फायदा हो रहा हैं, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेती हूं और इसके लिए माफी मांगती हूं, ये मेरा व्यक्तिगत दर्द था।

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