Bhopal Exclusive News: टीआईटी कॉलेज के पास आउट छात्रों के एक गुट ने कई युवतियों की जिंदगी कर दी तबाह, तीन युवतियां अभी तक सामने आई, चौथी युवती की कराई जा रही काउंसलिंग, दर्जनों युवतियां सामाजिक बदनामी के भय से खामोश, गुपचुप तरीके से पुलिस दर्ज कर चुकी है अब तक तीन प्रकरण
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भोपाल। टीआईटी कॉलेज के पास आउट छात्रों के एक गुट ने कई युवतियों की अस्मत लूटकर उनकी जिंदगी तबाह कर दी है। अब तक इस मामले में चार आरोपी चिन्हित कर लिए गए हैं। यह संख्या बढ़ने की आशा है। इस संबंध में भोपाल (Bhopal Exclusive News) शहर के तीन थानों में अलग—अलग तारीखों पर गुपचुप तरीके से प्रकरण भी दर्ज किए गए हैं। वहीं चौथे थाने में भी प्रकरण दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। आरोपी छात्रों के इस गुट में शामिल आरोपी पहले दोस्ती करके युवती को फंसाते थे। फिर उनकी अस्मत लूटने के बाद वीडियो बना लेते थे। इसके बाद उनकी सहेलियों से दोस्ती कराने के लिए मजबूर करते थे।
पुलिस मुख्यालय की निगरानी में चल रही जांच
उच्च पदस्थ पुलिस सूत्रों के अनुसार इस संबंध में तीन युवतियां सामने आई है। यह तीनों युवतियां उसी कॉलेज में पढ़ती थी। प्रकरण जीरो पर बागसेवनिया (Bagsewania) थाना पुलिस ने दर्ज किया था। वहां से केस डायरी जहांगीराबाद (Jahangirabad) , ऐशबाग (Aishbag) और अशोका गार्डन (Ashoka Garden) थाने में भेजी गई। यह तीनों एफआईआर मीडिया (Media) से अफसरों ने छुपाई है। पीड़ित अधिकांश युवतियां बागसेवनिया थाना क्षेत्र में किराए से रहती है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जेल दाखिल कर दिया है। जबकि दूसरे मामले के आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह दोनों कार्रवाईयों को गुप्त रखा गया है। जहांगीराबाद, ऐशबाग और अशोका गार्डन में रहने वाले युवकों ने अपने यहां कमरे में बुलाकर युवतियों के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपियों ने ऐसा करते वक्त बकायदा वीडियो (Video) भी बनाया था। जिसको वायरल करने की धमकी देकर पीड़ित युवतियों को अपनी सहेलियों से दोस्ती कराने और उनके साथ भी ज्यादती करने के लिए उकसाया जा रहा था। जिस कारण यह मामला पुलिस अफसरों के पास पहुंचा।
इसलिए दबाया जा रहा मामला
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले के दो आरोपी कोलकाता (Kolkata) में रहते हैं। उनकी तलाश में एक टीम वहां पहुंच गई है। आरोपियों के मोबाइल भी जांच के लिए सायबर क्राइम (Cyber Crime) को भेज दिए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, ज्यादती और लव जिहाद की धाराएं लगाई गई है। सभी आरोपी मुस्लिम समाज (Muslim Samaj) से आते हैं। जबकि पीड़ित युवतियों के परिजन एक हिंदू संगठन से जुड़े है। इसलिए मामले में बेहद गोपनीयता बरती जा रही है। इस मामले को लेकर भोपाल शहर के दो डीसीपी से प्रतिक्रिया के लिए भी संपर्क किया गया। अफसरों ने बातचीत करने से इंकार कर दिया। वहीं पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र (CP Harinarayan Chari Mishra) ने बुधवार दोपहर मुलाकात का समय दिया था। लेकिन, वे आम नागरिकों की समस्याएं सुनने में व्यस्त रहे। खबर है कि पुलिस ने इस सनसनीखेज घटना में अलग—अलग एफआईआर दर्ज करके प्रकरण को कमजोर कर दिया है। जबकि दर्ज प्रकरण के तीनों आरोपी एक—दूसरे के परिचित है। वहीं मामला एक ही छात्र गुटों से जुड़ा भी है। मामले में तूल न पकड़े इसलिए अफसरों को चेतावनी दी गई है कि वे मीडिया से इन मामलों को लेकर कोई भी चर्चा न करें। बातचीत करने का अधिकार सीपी हरिनारायण चारी मिश्र के पास है।
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