Bhopal Fraud Case: दिलीप बिल्डकॉन कंपनी से धोखा करने वाले का मिला सुराग

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आरोपी मणिपुर की जेल में बंद, गिरफ्तार करने के लिए भोपाल से पुलिस की टीम हुई रवाना, कंपनी के चेक को क्लोन करके 12 करोड़ रुपए निकालने की हुई थी कोशिश

Bhopal Fraud Case
सांकेतिक चित्र

भोपाल। दिलीप बिल्डकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर (Dilip Buildcon Infrastructure) कंपनी से धोखाधड़ी (Bhopal Fraud) करने वाले आरोपी का भोपाल पुलिस को सुराग मिल गया है। आरोपी पहले से ही धोखाधड़ी के एक केस में जेल में बंद हैं। भोपाल से पुलिस की एक टीम उसको गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो गई है।

चूना भट्टी पुलिस ने द क्राईम इंफो डॉट कॉम www.thecrimeinfo.com  को बताया की दिलीप बिल्डकॉन जो इस वक्त राजधानी में मेट्रो प्रोजेक्ट (Bhopal Metro) समेत कई अन्य बड़े प्रोजेक्टों को पूरा कर रही है। इसका कॉर्पोरेट दफ्तर भोपाल (Bhopal News) के चूना भट्टी थाना क्षेत्र में हैं। कंपनी के अध्यक्ष 60 वर्षीय भरत सिंह ने बताया था कि उनका खाता पंजाब नेशनल बैंक मेें है। बैंक से फोन आया था, जिसके बाद फर्जीवाड़े का पता चला था। भरत ने बताया था कि कंपनी की तरफ से दिसंबर, 2019 को किराया भुगतान के लिए 3000 रुपए का चैक जारी किया गया था। यह चैक राधिका डहरवाल (Radhika Dehrwal) को जारी हुआ था। जिसका भुगतान 17 दिसंबर को हो गया था। लेकिन, इसी चैक में 12 करोड़ की राशि भरकर बैंक में क्लियरेंस के लिए जमा किया गया। यह चैक मणिपुर हिल्स एंड बैकवर्ड डेव्हल्पमेट को—आपरेटिव बैंक लिमिटेड (Manipur Hills and Backward Development Gate Co-Operative Bank Limited) में जमा हुआ था। इस बात की जानकारी मिलने पर भरत सिंह ने थाने में शिकायत की। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना था कि मामला चैक क्लोन का था। इसलिए उस बैंक में जहां यह जमा किया गया था उस खाते की जानकारी हासिल की जा रही थी। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे थे। इस मामले में कंपनी से जुड़े कुछ संदिग्ध कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही थी।

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इसी पड़ताल में आरोपी रामचंद्र (Ramchandra) है जो कि इस फर्जीवाड़े का बड़ा राजदार है। पुलिस ने बताया कि फिलहाल वह इंफाल की जेल में बंद है। वहां उसके खिलाफ जालसाजी का एक अन्य मुकदमा दर्ज है। पुलिस को अभी यह पता लगाना है कि राधिका को दिया गया चैक उस तक कैसे पहुंचा। जिसके बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। फिलहाल भोपाल पुलिस की एक टीम इंफाल पहुंच गई है। पुलिस उसको रिमांड पर लेने के लिए अदालत में आवेदन दिया है। जिसकी सुनवाई सोमवार तक होना संभव माना जा रहा है। पुलिस को शक है कि रामचंद्र चेक क्लोन मामले में अकेला आरोपी नहीं हैं।

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