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आम आदमी पार्टी के मध्यप्रदेश प्रभारी गोपाल राय की ओर से घोषित मध्य प्रदेश की नवनियुक्त राज्य कार्यकारिणी की सूची


प्रदेश अध्यक्ष  :
आलोक अग्रवाल
प्रदेश संगठन मंत्री एवं मुख्य प्रवक्ता : पंकज सिंह
प्रदेश उपाध्यक्ष  : परिणीता राजे
रानी अग्रवाल

प्रदेश संगठन सचिव
अमित भटनागर- भोपाल जोन
युवराज सिंह- इंदौर जोन
इंद्र विक्रम सिंह- बुंदेलखंड जोन
मुकेश जायसवाल- जबलपुर जोन
सोमिल शर्मा- ग्वालियर जोन
आई. ए खान – उज्जैन जोन
संदीप शाह- रीवा जोन

प्रदेश सचिव – जीतेन्द्र चौरसिया
प्रदेश कार्यालय सचिव- अरविंद शर्मा
प्रदेश कोषाध्यक्ष– प्रकाश डीकोस्टा
प्रदेश वित्त सचिव – मुकेश उपाध्याय

इंदौर ज़ोन 1:
जिले:2 (इंदौर व् देवास)

जोन अध्यक्ष- वीरेन्द्र चौहान
संगठन मंत्री – डा राउल जोसेफ

इंदौर ज़ोन 2:
कुल जिले : 4 (खंडवा, खरगोन, बडवानी, बुहरानपुर)
जोन अध्यक्ष- शैलेश चौबे
संगठन मंत्री – प्रमिला

इंदौर जोन 3
कुल जिले : 3 (धार, झाबुआ, अलीराजपुर)
जोन अध्यक्ष- राम कुवर रावत
संगठन मंत्री – सुमित चौहान

ग्वालियर ज़ोन 1
जिले : 3 (ग्वालियर, शिवपुरी,दतिया)
जोन अध्यक्ष- मनिक्षा सिंह तोमर
संगठन मंत्री- रामवती साक्य

ग्वालियर ज़ोन 2
जिले- 3 (श्योपुर,मुरैना, भिंड)
कुल विधानसभा : 13
जोन अध्यक्ष- – श्री यतीन्द्र कुशवाह
संगठन मंत्री- श्रीराजेश गुर्जर

ग्वालियर ज़ोन 3
जिले : 3 (अशोक नगर, गुना, राजगढ़)
जोन अध्यक्ष- जयेंद्र सोमवंशी

भोपाल ज़ोन 1: भोपाल ज़ोन
कुल जिले : 4 (भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा)
जोन अध्यक्ष- नरेश डांगी
संगठन मंत्री- फ़राज़ खान

भोपाल जोन 2
जिले: 3 (बैतूल, हरदा, होशंगाबाद)
जोन अध्यक्ष- अजय सोनी
संगठन मंत्री – राजश्री सिंह

जबलपुर 1 : जबलपुर जोन
जिले: 3 (जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाडा)
जोन अध्यक्ष-आशीष सिंगरहा
जोन उपाध्यक्ष- रीना लामनिया

जबलपुरज़ोन2 :
जिले: 4 (सिवनी, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट)
जोन अध्यक्ष- नरेन्द्र अग्रवाल

बुंदेलखंड ज़ोन 1
जिले: 4 (छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना)
जोन अध्यक्ष-अंजलि यादव

बुंदेलखंड ज़ोन 2 : सागर ज़ोन
जिले: 3 (सागर, दमोह, कटनी)
जोन अध्यक्ष- स्वदीप श्रीवास्तव

रीवा ज़ोन1
जिले: 2 (रीवा, सतना)
जोन अध्यक्ष- मान बहादुर पटेल
संगठन मंत्री – बालेन्दु शुक्ला

रीवा जोन 2
जिले: 5 (सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर)
जोन अध्यक्ष- राम विशाल विश्वकर्मा
संगठन मंत्री- अनिल दृवेदी

उज्जैन ज़ोन 1
जिले: 3 (उज्जैन, शाजापुर,आगर मालवा)
जोन अध्यक्ष- आशुतोष मेहर
संगठन मंत्री- धीरशन्त त्रिपाठी

उज्जैन ज़ोन 2 : रतलाम जोन
जिले: 3(नीमच,मंदसौर,रतलाम)
जोन अध्यक्ष- नवीन अग्रवाल
संगठन मंत्री – राजिंदर कौर

नोट: जल्द ही फ्रंटल संगठन, लोकसभा व जिले के पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रदेश कार्यकारिणी की सलाह से की जाएगी, जो भी साथी जिम्मेदारी लेना चाहते हैं वो अपना बायोडाटा व्हाट्सएप्प कर सकते है

कृष्णा यादव
सह-प्रभारी, मध्यप्रदेश
8588833515


प्रदेश नेतृत्व की ओर से 28 मार्च को जारी की गई राज्य कार्यकारिणी की सूची

प्रदेश अध्यक्ष – आलोक अग्रवाल
प्रदेश उपाध्यक्ष – अमित भटनागर
परिणीता राजे
रानी अग्रवाल

प्रदेश संगठन मंत्री- युवराज सिंह
हिमांशु कुलश्रेष्ठ
पंकज ​सिंह (प्रमुख प्रवक्ता)
 प्रदेश संगठन सचिव-
 अमित भर्टनागर- भोपाल जोन
 युवराज सिंह- इंदौर जोन
 इंद्र विक्रम सिंह- बुंदेलखंड जोन
 मुकेश जायसवाल – जबलपुर ज़ोन
 सोमिल शर्मा- ग्वालियर जोन
 आई. ए खान – उज्जैन जोन
 बालेन्दु शुक्ला – रीवा जोन
 प्रदेश सचिव एवं मीडिया प्रभारी – जीतेन्द्र चौरसिया
 प्रदेश मीडिया सह प्रभारी – आशीष भदौरिया
 प्रदेश कोषाध्यक्ष– प्रकाश डीकोस्टा
 प्रदेश वित्त सचिव – मुकेश उपाध्याय
 प्रदेश यूथ विंग अध्यक्ष – रणजीत जाट
 प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ – एड साधना पाठक
 प्रदेश ट्रेड विंग अध्यक्ष – इंजी श्याम वर्मा
 प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी- सौरभ जैन
 राजनीतिक प्रशिक्षण समिति – अध्यक्ष – शैलेन्द्र रूपावत
 राजनीतिक प्रशिक्षण समिति – उपाध्यक्ष – जीतेन्द्र राजाराम
 प्रदेश कार्यालय प्रभारी – अरविंद शर्मा (दतिया)
 प्रदेश कार्यालय सह प्रभारी – इमरान खान
 प्रदेश कार्यालय सचिव- अरविंद शर्मा (भोपाल)
सदस्य-
 चित्तरूपा पालित
 अनिल त्रिवेदी
 मंजू जैन
 दुष्यंत दांगी
 दिलीप मिश्रा
 निशांत गंगवानी
 शैली राणावत
 लक्ष्मी चौहान
 गुरमीत सिंह
 देवेन्द्र लोधी
इंदौर ज़ोन :
इंदौर ज़ोन 1:
जिले:2 (इंदौर व् देवास)
जोन अध्यक्ष- वीरेन्द्र चौहान
संगठन मंत्री – डा राउल जोसेफ
इंदौर ज़ोन 2:
कुल जिले : 4 (खंडवा, खरगोन, बडवानी, बुहरानपुर)
जोन अध्यक्ष- शैलेश चौबे
संगठन मंत्री – प्रमिला
इंदौर जोन 3 :
कुल जिले : 3 (धार, झाबुआ, अलीराजपुर)
जोन अध्यक्ष- राम कुवर रावत
संगठन मंत्री – सुमित चौहान
ग्वालियर चम्बल जोन
ग्वालियर ज़ोन 1
जिले : 3 (ग्वालियर, शिवपुरी,दतिया)
जोन अध्यक्ष- मनिक्षा सिंह तोमर
संगठन मंत्री- रामवती साक्य
ग्वालियर ज़ोन 2
जिले- 3 (श्योपुर, मुरैना, भिंड)
कुल विधानसभा : 13
जोन अध्यक्ष- श्री यतीन्द्र कुशवाह
ज़ोन उपाध्यक्ष – सतेन्द्र तोमर
संगठन मंत्री- श्री राजेश गुर्जर
ग्वालियर ज़ोन 3
जिले : 3 (अशोक नगर, गुना, राजगढ़)
जोन अध्यक्ष- जयेंद्र सोमवंशी
भोपाल ज़ोन:
ज़ोन सचिव – अवधेश पुरोहित
ज़ोन सह सचिव – ज्ञानेंद्र उपाध्याय
भोपाल ज़ोन 1:
कुल जिले : 4 (भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा)
जोन अध्यक्ष- नरेश दांगी
ज़ोन उपाध्यक्ष – रीना सक्सेना
संगठन मंत्री- फ़राज़ खान
भोपाल जोन 2
जिले: 3 (बैतूल, हरदा, होशंगाबाद)
जोन अध्यक्ष- अजय सोनी
संगठन मंत्री – राजश्री सिंह
जबलपुर ज़ोन
जबलपुर 1 :
जिले: 3 (जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाडा)
जोन अध्यक्ष-आशीष सिंगरहा
जोन उपाध्यक्ष- रीना लामानिया
जबलपुर 2 :
जिले: 4 (सिवनी, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट)
जोन अध्यक्ष- नरेन्द्र अग्रवाल
बुंदेलखंड ज़ोन
बुंदेलखंड ज़ोन 1
जिले: 4 (छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना)
जोन अध्यक्ष- अंजलि यादव
बुंदेलखंड ज़ोन 2 :
जिले: 3 (सागर, दमोह, कटनी)
जोन अध्यक्ष- स्वदीप श्रीवास्तव
रीवा ज़ोन
रीवा ज़ोन 1 :
जिले: 2 (रीवा, सतना)
जोन अध्यक्ष- मान बहादुर पटेल
रीवा जोन 2 :
जिले: 5 (सीधी, सिंगरौली)
जोन अध्यक्ष- राम विशाल विश्वकर्मा
संगठन मंत्री- अनिल द्विवेदी
रीवा ज़ोन 3: (शहडोल, उमरिया, अनूपपुर)
ज़ोन अध्यक्ष – संदीप साहू
उज्जैन ज़ोन
उज्जैन ज़ोन 1 :
जिले: 3 (उज्जैन, शाजापुर, आगर मालवा)
जोन अध्यक्ष- आशुतोष मेहर
संगठन मंत्री- धीरशांत त्रिपाठी
उज्जैन ज़ोन 2 : रतलाम जोन
जिले: 3 (नीमच, मंदसौर, रतलाम)
जोन अध्यक्ष- नवीन अग्रवाल
संगठन मंत्री – राजिंदर कौर
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पोलिटिकल अफेयर समिति (PAC) :
1. आलोक अग्रवाल
2. अमित भटनागर
3. परिणीता राजे
4. रानी अग्रवाल
5. युवराज सिंह
6. हिमांशु कुलश्रेष्ठ
7. पंकज सिंह
8. इंद्र ​विक्रम सिंह
9. मुकेश जायसवाल
10. आई ए खान
11. सोमिल शर्मा
12. जीतेन्द्र चौरसिया
13. प्रकाश डीकोस्टा
14. मुकेश उपाध्याय
15. बालेन्दु शुक्ला
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प्रदेश प्रभारी गोपाल राय का चेतावनी भरा पत्र

प्रिय साथियों,

कल मेरे द्वारा घोषित की गई प्रदेश कार्यकारिणी एवं प्रदेश पदाधिकारियों की सूची में आज भोपाल में की गई बैठक में संशोधन किया गया तथा केंद्रीय नेतृत्व से बिना सहमति लिए मीडिया में जारी कर दिया गया इससे यह स्पष्ठ होता है कि मध्यप्रदेश के कुछ साथी अपने मनमाने पूर्ण कार्यशैली पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे है। इस कार्यशैली से मध्यप्रदेश में अराजकता की स्तिथि पैदा हो सकती है। राज्य नेतृत्व राष्ट्रीय नेतृत्व से सहमति नही लेगा, जोन नेतृत्व प्रदेश नेतृत्व से सहमति नहीं लेगा, जिला नेतृत्व जोन नेतृत्व से सहमति नहीं लेगा, विधानसभा नेतृत्व जिला नेतृत्व से सहमति नहीं लेगा और मनमाने तरीके से मीडिया में प्रेस विज्ञप्ति जारी करने लगेगा तो संगठन का संचालन कैसे होगा। प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ विधानसभा चुनाव के बाद बहुत सारे कार्यकर्ताओ ने मनमानेपन को लेकर शिकायत की थी उसके बाद प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व को भरोसा दिया था कि अब मनमानापन नही होगा जिसकी वजह से बातों पर भरोसा कर के दुबारा प्रदेश नेतृत्व को जिम्मेदारी दी गई लेकिन पहले ही दिन मनमाने तरीके से निर्णय लेकर बिना केंद्रीय नेतृत्व की सहमति लिए मीडिया में प्रेस विज्ञप्ति जारी करना यह दर्शाता है कि प्रदेश नेतृत्व अपनी मनमानी कार्यशैली में बदलाव करने को तैयार नहीं है।
सभी साथियों से निवेदन करना चाहता हूँ कि पार्टी को मजबूत करने के लिए इस तरह की मनमानी कार्यशैली घातक है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गोपाल राय
मध्यप्रदेश प्रभारी
आम आदमी पार्टी


प्रदेश नेतृत्व के अधिकार और अपने सार्वजनिक जीवन का लेखा जोखा देता आलोक अग्रवाल का पत्र

प्रिय गोपाल जी,
मैं यह पत्र अत्यंत दुख के साथ लिख रहा हूँ। ऐसा लग रहा है जैसे कोई मेरे सपना को तोड़ने का प्रयास कर रहा है। मेरे 30 वर्ष के सार्वजनिक जीवन मे न तो मैंने ऐसा आरोप कभी सुना है और न ही आप जैसे वरिष्ठ व्यक्ति से इतना अपरिपक्व व्यवहार देखा है।

मैंने न कभी मनमानी की है, न मैं करूँगा। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि सन 1988 में जब मैं आई आई टी में था तब मैंने मजदूरों की लडाई लड़ी। वहाँ से पास होने के बाद पूरे देश में मैं घूमा। आदिवासियों के बीच रहा, मुम्बई में झोपड़ पट्टी में रहा, ओडिशा में मछुआरों के बीच रहा, वर्धा में गांधी आश्रम में रहा और एक वर्ष जगह जगह भ्रमण करने के बाद नर्मदा के विस्थापितों के संघर्ष नर्मदा बचाओ आंदोलन में जुड़ गया।

नर्मदा घाटी के पच्चीस वर्ष के संघर्ष में सरदार सरोवर, महेश्वर, ओम्कारेश्वर, इंदिरा सागर, मान, वेदा बांधो के क्षेत्रों में बड़े संगठन खड़े किए। निमाड़ मालवा के क्षेत्र में 5 वर्ष तक शक्तिशाली निमाड़ मालवा किसान मजदूर संगठन चलाया। सात बार जेल गया, डंडे खाए, 6 बार अनशन किए, सत्यग्रह किए, 32 दिन का जल सत्यग्रह किया। लोअर कोर्ट से सर्वोच्च न्यायालय तक विस्थापितों के अधिकारों की लडाई लड़ी और 5 लाख विस्थापितों को 5000 करोड रु का मुआवजा दिलाया। हाल ही में अभी 13 मार्च को ओमकारेश्वर बांध विस्थापितों के विषय मे सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से एतिहासिक जीत प्राप्त हुई है।

भारत मे नए भूर्जन कानून बनाने में हमारे संघर्ष ने देश सैकड़ों संगठनों के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। साथ ही मैंने संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित सम्मेलन में प्रतिनिधित्व कर एवम 17 देशों के संघर्षो में भागीदारी कर अंतराष्ट्रीय स्तर पर विस्थापितों की पुर्नवास नीति में व्यापक बदलाव करने में सहयोग दिया है। इन मे से कई संघर्षो के श्री अरविंद केजरीवाल जी भी साथी व साक्षी रहे है। मैं उस संगठन में 30 वर्ष रहा हूँ, जहाँ न कोई पद होता है और न ही किसी बैनर पर किसी की फोटो।

पिछले 30 साल में हर वर्ष सिर्फ 10 दिन अपने माता पिता को दिये और शेष 355 दिन सार्वजनिक जीवन को दिए है। (मेरे जीवन पर आधारित एक छोटा सा वीडियो संलग्न है)

मुझे अफसोस है कि मुझे यह सब लिखना पढ़ रहा है, मैं यह सिर्फ यह बताने के लिये लिख रहा हूँ कि इतना सारा कार्य मनमानी से नही, लाखों लोगों के सहकार्य से होता है।

2014 में आम आदमी पार्टी में आने के बाद से पिछले 5 सालों में भी इसी प्रकार अनवरत कार्य कर रहा हूँ। चाहे वो 10,000 किमी की 42 दिन की किसान बचाओ यात्रा हो, अनशन हो, बिजली आंदोलन या अन्य आंदोलन। गूगल मैप्स द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार केवल पिछले ही साल मैंने 172 किमी प्रतिदिन के औसत से प्रदेश में सड़क यात्रा की है। हम सबके प्रयास का नतीजा है कि मध्य प्रदेश में एक मजबूत संगठन खड़ा हुआ है। मध्य प्रदेश से दिल्ली चुनाव में 1500, पंजाब चुनाव में 1000, गोआ चुनाव में 300 कार्यकर्ता सहयोग के लिए गए। मध्य प्रदेश में अरविन्द जी की 3 बड़ी रैलियो का आयोजन किया गया। दिल्ली के कालिंग कैंपेन में मध्य प्रदेश सबसे आगे रहा।

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परंतु अफसोस है कि विधानसभा चुनाव के बाद चंद निहित स्वार्थियों की शिकायत पर पूरे प्रदेश की प्रक्रिया को ठप्प कर दिया गया। मेरे एवम पिछली कार्यकारणी के लोगो द्वारा बार बार तमाम खर्च लगाकर दिल्ली जाकर तमाम प्रयासों के बावजूद मध्य प्रदेश में कार्य को प्रारम्भ नहीं किया गया। प्रदेश की सम्पूर्ण कार्यकारणी को बाजू में रखकर और जिस दिन मेरे भतीजे की शादी थी उस दिन 9 फरवरी को दिल्ली में बैठक बुलाई गई, जिसमें मात्र 30 कार्यकर्ता पहुँचे और 4 दिन के अंदर ही सभी वापस आ गए।

पिछले दिनों में मेरी बहन अस्पताल में भर्ती थी और मैं उसकी देखरेख कर रहा था, यह जानते हुए भी मुझे 26 मार्च को मात्र 1.5 घंटे का नोटिस देकर मीटिंग के लिए आमंत्रित किया गया और मैने अस्पताल में होने की वजह से उस बैठक में आने से असमर्थता महसूस की। परन्तु इसके बाद कल सुबह बिना मुझसे किसी सलाह के अचानक राज्य कार्यकारणी की घोषणा कर दी गयी।

मुझे और पूरे प्रदेश को आश्चर्य है कि हिमांशु कुलश्रेष्ठ जैसा व्यक्ति जो कि अन्ना आंदोलन से रात दिन पार्टी में घर बर्बाद करके लगा हुआ है और कई कई दिन तक घर तक नही जाता है, जिसने पार्टी के कारण वह बेइज्जती सही जो हममे से किसी ने नहीं सही, जो कि पूर्व कार्यकारणी में प्रदेश संगठन सचिव व पी ए सी मेंबर थे उनको राज्य कार्यकारणी में कोई स्थान ही नही दिया गया।

और यह भी आश्चर्य की बात थी कि सुश्री चित्तरूपा पालित जिन्होंने अपना सर्वत्र आम आदमी पार्टी को दे दिया उनको भी राज्य कार्यकारणी में स्थान नही दिया। मैं बताना चाहता हूँ कि चित्तरूपा जी ने पार्टी के शुरुवाती दौर में दिल्ली में 60000 रु महीने के किराये वाला घर आम आदमी पार्टी को मुफ्त दिया था। इसके साथ ही उन्होंने आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओ को बड़ी बड़ी आर्थिक सहायताएँ की। 200 विधानसभाओ में 6 लाख रु के मेगाफोन खरीद के दिये। 9 लाख रु की वाल पेंटिग करवाई। खंडवा जिले की विधानसभाओ में चुनाव में 50 लाख रु लगाए और इस साथ कि पिछले 5 सालों में मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी को चलाने में लगातार अतिरिक्त 1 करोड़ रु से ज्यादा की आर्थिक सहायता की है। उन्होंने यह सब अपनी एफ डी तोड़कर, माता पिता के गहने बेचकर, अपनी गाड़ी बेचकर की है, साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद अपना संपूर्ण समय अनवरत पार्टी को दिया और आज वो अपनी जीविका के लिए रोजगार तलाश कर रही है। ऐसी त्यागी महिला को प्रदेश कार्यकारणी में स्थान न दिया जाना ने प्रदेश के हर कार्यकर्ता को आश्चर्य में डाल दिया है।

पिछले पौने 4 महीने से मध्य प्रदेश में स्थिति को ठप्प रहने के कारण मुझे अत्यंत बेचैनी हो रही थी, क्योंकि मध्य प्रदेश का कार्यकर्ता में दिल्ली में आकर को पार्टी को जिताने में सहयोग देना चाहा रहा था और हम उसे भेज पाने में सक्षम नही थे। क्योंकि आप के साथ संवाद हो पाना संभव नही हो पा रहा था इसलिए मैने श्री अरविंद केजरीवाल से संवाद कर पुरानी कार्यकारिणी की बैठक 28 मार्च को बुलाई, ताकि दिल्ली चुनाव के लिए कार्यकर्ता ले जाए जा सके। परंतु जैसा मैंने ऊपर बताया है, आपने मुझे बिना सलाह लिये राज्य कार्यकारणी की घोषणा कर दी।

कल आपने जो राज्य कार्यकारणी की घोषणा की उसे हमने सर माथे लिया और आज उसकी बैठक आयोजित की और पार्टी के संविधान के तहत दी गयी शक्तियों के अनुसार एक निर्णय बहुमत और सभी निर्णय सर्वसहमति से लिए गए। जब राज्य कार्यकारणी सर्व सहमति से निर्णय ले रही है तो मनमानी का प्रश्न ही नही उठता। आपकी बनाई कार्यकारिणी को सर्वमान्य करते हुए, प्रदेशकार्यकारिणी ने कुछ छूट हुए संघर्षशील अपना सर्वस्व निछावर करने वाले साथियोँ को जोड़ना इसमे मनमानी की बात कहाँ से आई। राज्य कार्यकारिणी के प्रदेश भर के लोग ही सम्पूर्ण वास्तविकताओं को ध्यान में रखकर प्रदेश के निर्णय लेने में सक्षम हैं।

गोपाल जी, आज हम एक अत्यंत भयावह राजनैतिक परिस्थिति में रह रहे है, जिसमें देश के लोकतंत्र को मोदी अमित शाह की जोड़ी से बचाना है। पिछले पौने 4 महीने में हमने काफी समय गवां दिया है और अब हम और कोई समय गवां नही सकते। मेरी आपसे विनती है कि अब मध्य प्रदेश से सैकड़ो कार्यकर्ताओ को मध्य प्रदेश से दिल्ली के चुनाव को जिताने के लिए लाने में सहयोग करे अन्यथा इतिहास हमे कभी माफ नही करेगा।

सविनय,
आलोक अग्रवाल

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