एसडीएम की बनाई फर्जी आईडी और ऐंठ लिए रुपए

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दिल्ली में मुसीबत का बताकर दोस्तों के किए थे मैसेज, भाजपा नेता समेत दो लोगों ने खाते में जमा कराई रकम, सायबर सेल को दी गई शिकायत

छतरपुर। छतरपुर जिले के बड़ामलेहरा के एसडीएम राजीव समाधिया हैकरों का शिकार बन गए। हैकरों ने उनके फेसबुक आईडी को हैक किया और उनके दोस्तों, रिश्तेदारों और परिचितों को मुश्किल में बताकर पैसे मांगने शुरू कर दिए। मैसेज को पढ़कर दो लोगों ने पैसा भी खाते में जमा करा दिया जिसमें से एक भाजपा नेता शामिल है। यह खबर मालूम पड़ने पर एसडीएम ने सायबर सेल की मदद ली और मामले की एफआईआर कराई। पुलिस को शक है कि यह गिरोह विदेश से ऑपरेट कर रहा है।
जानकारी के अनुसार राजीव समाधिया को सबसे पहले फोन करके दोस्त रवि त्रिवेदी ने बताया। इसके बाद परिचित सतीश समाधिया ने हालचाल पूछा। समाधिया को शक हुआ तो उन्होंने जानना चाहा कि आखिर ऐसा हो क्या गया है। इसके बाद दोस्तों ने बताया कि उनके फेसबुक आईडी से मैसेज आया था। जिसमें दिल्ली में परेशानी में होने का बताकर पैसे मांगे जा रहे थे। यह पता चलने के बाद एसडीएम ने अपने फेसबुक अकाउंट पर मैसेज डालकर अपील करते हुए बताया कि उनकी फर्जी आईडी बनाकर कोई पैसा मांग रहा है। यह मैसेज मेरी तरफ से नहीं है। मैं सकुशल हूं और छतरपुर में मौजूद हूं।

दूसरी बार मांगी गई रकम
इस फर्जीवाड़े की जानकारी लगने पर एसडीएम ने बड़ामलेहरा एसडीओपी राजाराम साहू को बुलाकर इसकी जानकारी दी। उन्होंने सायबर सेल को तुरंत बुलाकर कार्रवाई शुरू कर दी। इससे पहले दो लोग उस अकाउंट में पैसा डाल चुके थे। इसमें से एक शशिकांत अग्निहोत्री थे जो भाजपा के नेता भी है। उन्होंने एक बार में 40 हजार रूपए जमा किए। इसके बाद हैकर ने दोबारा 20 हजार रूपए मांगे। यहां से उन्हें शक हुआ तो अग्निहोत्री ने एसडीएम के वाहन चालक को फोन लगाकर हकीकत मालूम की।

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किस खाते में कराई रकम जमा
यह मामला पहला नहीं है। इससे पहले जबलपुर एसटीएफ ने एक ऐसे ही रैकेट का खुलासा किया था। यह नाइजीरियन गिरोह था जिसने बीएसएनएल से डुप्लीकेट सिम जारी कराने के बाद धोखाधड़ी की थी। इसमें प्रदेश के कई जिलों से गिरफ्तारी हुई थी। एसडीएम के साथ हुई धोखाधड़ी में सायबर सेल को मालूम हुआ है कि जिस खाते में रकम जमा कराई जा रही थी वह केनरा बैंक का है। पुलिस उस खाते का ब्योरा जुटा रही है।

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