MP Annexes Scam : लग्जरी मंत्रालय में भ्रष्टाचार की दुर्गंध, ईओडब्ल्यू ने दस्तावेज सौंपने भेजा नोटिस

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मध्यप्रदेश का वह अत्याधुनिक भवन जो तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में मंजूर और बनकर तैयार हुआ

ई-टेंडर घोटाले की जांच में मिले तथ्यों के आधार पर शुरू हुई कवायद, राजधानी परियोजना प्रशासन के अफसरों में मचा हड़कंप

भोपाल। घोटालों में (MP Annexes Scam) विवादित तत्कालीन सरकार के लिए फिर मुश्किल भरी खबरे हैं। कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश मंत्रालय के विस्तारित भवन (MP Annexes Scam) को लेकर जांच शुरू कर दी है। यह जांच आर्थिक प्रकोष्ठ विंग (EOW) कर रही है। जांच के लिए ईओडब्ल्यू ने नोटिस जारी कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार ईओडब्ल्यू में मध्यप्रदेश के ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम के तहत हुए टेंडर में गड़बड़ी (E-Tender Scam) की जांच कर रही है। इसी जांच के दौरान ईओडब्ल्यू को कुछ तथ्य मिले हैं। जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने मंत्रालय और राजधानी परियोजना प्रशासन (CPA) के अफसरों को नोटिस जारी कर दिया है। यह नोटिस निर्माण कार्य (MP Annexes Scam ) को लेकर जारी किया गया है। जिसमें मंत्रालय का विस्तार करने वाली एजेंसी से जुड़ी जानकारियां मांगी गई है। उनकी शर्ते और उसको लेकर हुए नीतिगत फैसलों की नस्ती मांगी गई है। इससे पहले भी मंत्रालय निर्माण को लेकर कई बार आरोप लग चुके थे। अब इसकी जांच शुरू होने की खबर से हड़कंप मच गया है।

घेरे में एक बड़े अफसर
जानकारी के अनुसार एनेक्सी बिल्डिंग (MP Annexes Scam ) का काम राजधानी परियोजना प्रशासन देखा था। इस योजना से जुड़े एक अफसर इसमें फंसते नजर आ रहे हैं। इन अफसर के शहर में दो बड़े होटल भी संचालित हैं। एक होटल विदेश में भी खुलने की जानकारी मिल रही है। यह होटल कुछ साल पहले ही खरीदा गया हैं। इस विभाग ने एनेक्सी बिल्डिंग में कई पेड़ खरीदकर उसे लगाए भी है। इस खरीदी को लेकर भी कई बार आरोप-प्रत्यारोप लग चुके हैं। अगर बारीकी से मामले की जांच हुई तो इन अफसर से सवाल-जवाब होना तय माना जा रहा है।

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ऐसा है एनेक्सी भवन
तत्कालीन शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश के (MP Annexes Scam ) मंत्रालय का विस्तार किया था। एनेक्सी भवन का निर्माण जनवरी, 2015 में शुरू हुआ था जिसका उदघाटन दिसम्बर, 2018 में किया गया। पांच मंजिला इस भवन को बनाने के लिए टेंडर बुलाए गए थे। पहली बार 436 करोड़ रुपए की (MP Annexes Scam ) यह योजना थी। जिसको बाद में 615 करोड़ रुपए तक पहुंचाया गया। साज-सज्जा में ही करीब 120 करोड़ रुपया खर्च हुआ था। भवन निर्माण (MP Annexes Scam ) के लिए धौलपुर के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया। भवन निर्माण में ही 495 करोड़ रुपए खर्च किए गए।

विवादों में रही कंपनी
एनेक्सी बिल्डिंग (MP Annexes Scam ) का निर्माण करने वाली एजेंसी शुरुआत से ही विवादों में रही थी। अब ईओडब्ल्यू के नोटिस से इन आरोपों पर मुहर लगती दिख रही है। कंपनी ने ई-टेंडर के माध्यम से यह ठेका हासिल किया था। हालांकि शिवराज सिंह चौहान सरकार ने ही कंपनी के (MP Annexes Scam ) क्रियाकलापों की जांच शुरू की थी। लेकिन, बाद में उसे बंद कर दिया गया। मामला भवन निर्माण से जुड़े मजदूरों के पीएफ का था। कंपनी पर आरोप था कि उसने कुछ कर्मचारियों का पीएफ नहीं जमा कराया था।

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