ये हैं असली दुनिया के सबसे खतरनाक “एवेंजर्स”

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इन दिनों दुनिया का लगभग हर देश आतंकी हमलों और दूसरे कई अन्य खतरों से जूझ रहा है। देश की सीमाओं के भीतर इन विशेष किस्म से खतरों से निपटने के लिए सामान्य सैन्य बल या पुलिस कार्रवाई नाकाफी पड़ती है। ऐसे में जरूरत होती है, मुश्किल हालात में अपने काम को अंजाम देने में माहिर कमांडो की। हर देश के पास ऐसे कमांडो होते हैं। सभी अपने काम में सर्वश्रेष्ठ और अचूक हमले की योग्यता रखते हैं। इनमें से कुछ कमांडो फोर्स पूरी दुनिया में अपनी क्षमताओं के लिए चर्चित हैं। इन्हें हम कॉमिक्स और फिल्मी दुनिया के बजाय असल दुनिया के एवेंजर्स कह सकते हैं। यह हैं दुनिया की बेहतरीन कमांडो टीम…

नेवी सील (अमरीका)
गठन: 1962
दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने वाली नेवी सील में अमरीका के सबसे अच्छे कमांडो हैं। यह जमीन पर होने वाली हर कार्रवाई में कारगर साबित हुए हैं।
खासियतें
– आधुनिक हथियारों से लैश
– दुश्मनों के प्रति कोई नरमी नहीं
– हर मौसम और विषम परिस्थिति में काम को अंजाम देने की ट्रेनिंग
काम
– किसी विशेष ऑपरेशन को अंजाम देना
– कमांडो को प्रशिक्षित करना

स्पेशल एयर सर्विस (एसएएस), ब्रिटेन
गठन: 1941
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गठित की गई इस फोर्स के कमांडो इतने खतरनाक हैं कि दुनिया के लगभग सभी स्पेशल फोर्सेस इन्हीं के मॉडल पर बनाए जाते हैं। इराक में सील कमांडो के साथ इन्होंने बेहतरीन परिणाम दिए।
खासियतें
-युद्ध के हालात में इनका कोई विकल्प नहीं
– मैदानी लड़ाई में मारक
काम
– दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद करना
– विशेष हालात में एमआई-5 और 6 की तरह गहरी जांच

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अल्फा ग्रुप (रूस)
गठन: 1972
रूस की स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स अल्फा ग्रुप म्यूनिख खेलों में आतंकवादी घटनाओं के बाद बनाई गई। सुरक्षा विशेषज्ञ इसकी तुलना अमरीकी नेवी सील से करते हैं। चेचन्या वार में जबरदस्त भूमिका निभाई। नतीजतन रूस को बढ़त हासिल हुई।
खासियतें
– सबसे खतरनाक और तेज गति से काम की योग्यता
– खुफिया मिशन को अंजाम देने में भी माहिर
काम
– आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई
– देश के भीतर स्पेशल मिशन

नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी), भारत
गठन: 1984
एनएसजी को ‘नेवर से गिवअप’ यानी कभी हार ना मानने वाला भी कहते हैं। काली वर्दी और बिल्ली जैसी चपलता के कारण इन्हें ब्लैक कैट कहा जाता है।
खासियतें
– एक कमांडो आतंकियों के पूरे गैंग पर भारी
– शारीरिक और मनोवैज्ञानिक हर तरह से प्रशिक्षित
काम
– आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई
– विशेष अभियानों को अंजाम देना

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एनएसजी कमांडो के बारे में दिलचस्प तथ्य

90 दिन का विशेष प्रशिक्षण
26 करतब करने होते हैं शुरुआत में 18 मिनट के भीतर
780 मीटर की बाधाएं पार करने का होता है यह प्रशिक्षण20-25 मिनट के भीतर सारा प्रशिक्षण पूरा न करने वाले को कर देते हैं रिजेक्ट
18 मिनट के भीतर निपटानी होती हैं यह गतिविधियां प्रशिक्षण के बाद
50 से 62 हजार कारतूस चलाते हैं प्रशिक्षण के दौरान 90 दिन में
02 से 03 हजार फायर भी करते हैं एक दिन में

नेशनल गेंडरमेरी इंटरवेंशन ग्रुप (जीआईजीएन), फ्रांस
गठन: 1973
यूरोप के इस सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा बल के नाम से ही दिल में डर बैठ जाता है। 1973 में यूरोप में आतंकी घटनाओं के बाद भविष्य के खतरे से निपटने के लिए इसे तैयार किया गया।
खासियतें
– बंधक हालात में सवेश्रेष्ठ कार्य के लिए प्रशिक्षित
– सामाजिक नागरिक जीवन से दूर
काम
– किसी भी देश में जाकर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई
– दुश्मन को मारने की नीति

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यह फोर्स भी हैं बेहतरीन
स्पेशन सर्विस ग्रुप (एसएसजी), पाकिस्तान: ब्रिटिश और अमरीकी फोर्स की तर्ज पर 1956 में तैयार किया गया।
नेवल स्पेशल वारफेयर फोर्स, स्पेन: 1952 में गठित यह फोर्स लंबे समय तक यह यूरोप की सर्वश्रेष्ठ फौजी ईकाई रही।
डेल्टा फोर्स, अमरीका: यह दुनिया की सबसे खतरनाक और तेज कार्रवाई करने वाली फोर्स मानी जाती है।
ग्रोम (जीआरओएम), पोलैंड: ग्रोम का अर्थ है ‘तूफान’। आतंकवाद विरोधी बेहद सक्षम बल। 1990 में गठन।
जीएसजी, जर्मनी: 1972 से अब तक 1500 से अधिक सफल ऑपरेशन। महज 5 ऑपरेशन फेल हुए। 1973 में संवैधानिक गठन।
इकेओ कोबरा, ऑस्ट्रिया: 1978 में स्थापना। इस बल के नाम हवा में ही प्लेन हाईजैक को नेस्तनाबूद करने का अनोखा रिकॉर्ड है।
सायरेत मटकल, इजराइल: मूल काम खुफिया जानकारी इकट्ठा करना, लेकिन विशेष हालात में खतरनाक मिशन को अंजाम देनी काबलियत।
स्पेंत्स्नाज, रूस: ये जो प्रशिक्षण लेते हैं, वह यूरोप और अमरीका में प्रतिबंधित है। पूछताछ में इनसे कुछ भी उगलवाना नामुमकिन। दर्द बर्दाश्त करने के बजाय, एन्जॉय करना सिखाया जाता है।

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