West Bengal: जमानत दिलाने के लिए पुलिस अफसर ने अदालत को किया गुमराह

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शव लेकर परिजन पहुंचे थाने, विरोध के बाद आरोपियों के आवेदन खारिज करने की पुलिस ने शुरू की तैयारी

West Bengal crime
मृत​क कुंदन यादव

कोलकाता। पश्चिम बंगाल (#West Bengal Crime) की राजधानी कोलकाता (#Kolkata Crime) पुलिस पर एक युवक के परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का दावा है कि पुलिस ने आरोपियों को जमानत दिलाने के लिए कोर्ट को गुमराह भी किया। यह पता चलने के बाद परिवार शव लेकर थाने के सामने पहुंच गए। बात जब अफसरों को पता चली तो जांच कराने के आदेश जारी कर दिए गए।

घटना पश्चिम बंगाल (@West Bengal Crime) की राजधानी कोलकाता (@Kolkata Crime) के टेंगरा थाना क्षेत्र की है। यहां एक युवक पर हुए हमले के मामले में सियालदह की निचली अदालत में जज शुभोजीत राय के समक्ष मेडिकल रिपोर्ट पेश की गई थी। यह रिपोर्ट कुंदन कुमार यादव की सेहत को लेकर थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि वह ठीक है। जबकि वह अस्पताल की आईसीयू में पड़ा था। कुंदन (#Kundan) के पिता कृष्णा कुमार यादव (#Krishna kumar Yadav) ने पुलिस अफसरों को बताया कि इस मामले के जांच पदाधिकारी टीके विश्वास शुरू से आरोपियों को बचाने में लगे थे। बेटा मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर पर था। इस बात की खबर उन्हें दी गई थी। कुंदन पर हमले के आरोपी रिकी राउत और विक्की खटीक हैं।

कृष्णा कुमार यादव ने बताया कि उनका बेटा 6 दिसंबर से ही वेंटिलेटर पर था। जांच पदाधिकारी तपन कुमार विश्वास लगातार बच्चे के लेकर उनके संपर्क में थे। वह बराबर पूछते रहते थे कि कुंदन कैसा है। उसकी हालत कैसी है। अब भी आइसीयू में ही है या बाहर आ गया। उन्हें बच्चे की पूरी स्थिति से का अंदाजा करा दिया था। सब कुछ जानते हुए उन्होंने कोर्ट में गलत रिपोर्ट सौंपी। उल्टे यह बता दिया कि कुंदन की सेहत अब ठीक है। इसी आधार पर आरोपियों के वकील ने जमानत मांगी लेकिन परिजनों के वकील ने कुंदन की सेहत से जुड़े कुछ तथ्य पेश किये थे। तो कोर्ट ने आरोपियों को जेल हिरासत में भेज दिया। अगले ही दिन 17 दिसंबर, 2019 को कुंदन ने दम तोड़ दिया। गुस्साये परिजनों टेंगरा थाना क्षेत्र के लोग बुधवार को शव लखकर प्रदर्शन करने पहुंच गए थे।
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