Corrupt Officer: घूस में मिली भैस तो खुली कलई, नायाब तहसीलदार पर गिरी गाज

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Corrupt Officer
यह है वह तस्वीर जो सोशल मीडिया में ऐसी वायरल हुई कि पटवारी की नौकरी पर बन आई और नायाब तहसीलदार की कुर्सी चली गई

बंटवारे के एक प्रकरण में किसान से मांगी गई थी 25 हजार रूपए की रिश्वत, पटवारी निलंबित

विदिशा। मामला एक भ्रष्ट अफसर (Corrupt Officer) से जुड़ा है। प्रकरण राजधानी से सटे जिले विदिशा का है। पहले पेशियों पर मामला पूरी तरह से दबा रहा। लेकिन, बुधवार को यह प्रकरण भैंस की वजह से उजागर हुआ। वह भी ऐसा कि पूरे प्रदेश में घटनाक्रम की तस्वीरें भी वायरल (Social Media Effect) हो गई। यह तस्वीर एक भैंस की थी जो कार से बांधी गई थी।
जानकारी के अनुसार विदिशा जिले के सिरोंज तहसील में किसान भूपत रघुवंशी का परिवार रहता है। रघुवंशी का परिवार सिरोंज के ग्राम पथरिया का रहने वाला है। भूपत का प्रकरण (Diversion Case) नायाब तहसीलदार सिद्धार्थ सिंह सिंहला के यहां चल रहा था। यह प्रकरण बाप-बेटे के जमीन बंटवारे को लेकर था। केस लगभग सात महीने से चल रहा था। भूपत बार-बार पेशियों में जाता था। लेकिन, उसके प्रकरण में नायाब तहसीलदार सिंहला कोई निर्णय नहीं ले पा रहे थे। बुधवार को नाराज किसान भूपत ने नायाब तहसीलदार की कार में अपनी भैंस बांध दी। वह भैंस बांधने के बाद एसडीएम कार्यालय पहुंच गया। उसने एक आवेदन देते हुए उस राज को उजागर किया, जिसके चलते वह सात महीने से परेशान हो रहा था। इधर, भैंस बांधे जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हुई। जिसके बाद एसडीएम ने भी निर्णय लेने में देरी नहीं की।

इन कारणों से हटाया
भूपत ने जो आवेदन एसडीएम को दिया हैं उसमें आरोप है कि पटवारी उससे 25 हजार रूपए की रिश्वत (Bribe) मांग रहा था। यह रकम नायाब तहसीलदार को पहुंचाना थी। उसके पास इतनी रकम नहीं थी। इसलिए अपनी दुधारू भैंस नायाब तहसीलदार की कार में बांध दी। भूपत का कहना था कि भैंस बेचकर वह रिश्वत (Corrupt Officer) की रकम रख ले। एसडीएम ने नायाब तहसीलदार सिंहला को कलेक्टर ऑफिस अटैच कर दिया है। वहीं पटवारी को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सीएम तक पहुंचा मामला
विदिशा जिला राजनीतिक कारणों से बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। यहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सक्रिय हैं। भूपत ने पूरा प्रकरण सोशल मीडिया में भी वायरल कर दिया था। इधर-उधर घुमते हुए मामला चौहान तक भी पहुंचा। उन्होंने इस घटना पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ को ट्वीट (Social Media Effect) कर दिया। यह ट्वीट देखने के बाद संभागायुक्त को इसे देखने के लिए कहा गया। जिसके बाद विदिशा कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई की।

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