Dhar Crime: सनकी छात्र नेे अपनी जिद के लिए 32 जिंदगियों को दांव पर लगाया

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हॉस्टल अधीक्षक को हटाने के लिए पेयजल की टंकी में उड़ेल दिया कीटनाशक, आदिवासी हॉस्टल के छात्र को जहरखुरानी के आरोप में पुलिस ने किया गिरफ्तार, कलेक्टर ने सारे घटनाक्रम की मांगी पुलिस से रिपोर्ट

धार। यदि व्यक्ति अपनी पर उतर आए तो वह समाज के लिए कितना खतरनाक (Fatal To Society) साबित हो सकता है। इस बात का पता धार में हुए एक सनसनीखेज अपराध (Dhar Crime) के खुलासे से लगाया जा सकता है। दरअसल, हॉस्टल में कच्चा खाना, जली रोटी मिलती थी। इस बात से बच्चे तंग आ गए थे। कलेक्टर को शिकायत भी की लेकिन समस्या का कोई निदान नहीं हुआ। इसलिए एक छात्र ने कीटनाशक की शीशी पेयजल वाली टंकी में मिला दी। हंगामा तब बरपा जब एक—एक करके 32 छात्र बीमार हो गए।

जानकारी के अनुसार मामला कानवन थाना क्षेत्र का है। घटना 31 अगस्त को हुई थी। मामले की सूचना पर पुलिस ने जहरखुरानी (Poisoned) का प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने बारीकी से सारे बिंदुओं की पड़ताल की। अस्पताल में 32 बच्चे भर्ती थे। यह बच्चे आदिवासी विभाग (Tribal Department) से संचालित सरकारी हॉस्टल में रहते थे। यह सारे बच्चे कक्षा नौंवी से बारहवीं के छात्र थे। पुलिस को शुरूआत से शक था कि हरकत किसी भीतरी व्यक्ति ने की है। इस बात की पुलिस पड़ताल कर रही थी तभी एक छात्र पर उसकी निगाह गई। उसकी उम्र 15 साल थी और वह कक्षा दसवीं का छात्र था। पुलिस ने उसकी ​मेडिकल रिपोर्ट हासिल की। पता चला उसने डॉक्टरों को बताया था कि न तो उसने पानी पिया और न ही खाना खाया। फिर भी वह पुलिस को देखकर भारी बीमार होने लग जाता था।

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कलेक्टर अब ले रहे सुध
पुलिस ने छात्र का ब्योरा जुटाया तो मालूम हुआ कि यह छात्र वही है जो कुछ दिन पहले हॉस्टल अधीक्षक जगदीश बेरियाल के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे थे। छात्रों ने शिकायत में कहा था कि उन्हें भोजन में जली और कच्ची रोटी (Unsafe Diet) मिलती है। खाने का स्तर भी अच्छा नहीं हैं। शिकायत पर कलेक्टर ने कोई रिस्पांस नहीं किया तो छात्र नाराज हो गए। इस कारण अधीक्षक को हटाने के लिए एक योजना बनाई गई। यह योजना इतनी खतरनाक (Fatal To Society) हो जाएगी वह छात्र को भी पता नहीं था। मामले ने इतना तूल पकड़ा है कि कलेक्टर ने अधीक्षक के संबंध में सारी रिपोर्ट बनाकर आदिवासी विभाग को भेज दी है। सूत्रों ने बताया कि अधीक्षक के कारण इतना बवाल हुआ। इसलिए उनका वहां से हटाया जाना तय हो गया है।

आंवले की शीशी में था कीटनाशक
कानवन थाना प्रभारी कमल सिंह गहलोत ने बताया कि जहरखुरानी के मामले में बाल अपचारी को गिरफ्तार किया गया है। उसने बताया कि सोयाबीन फसल में छिड़कने वाले कीटनाशक को उसने पानी के टैंक में उड़ेल दिया था। कीटनाशक को उसने आंवले के तेल की शीशी में भरकर लाया था। पुलिस पानी टैंक से नमूने को लेकर जांच के लिए एफएसएल को भेज दिया गया है। एफएसएल रिपोर्ट के बाद ही कीटनाशक के वास्तविकता का पता चल सकेगा।

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