Bank Of Maharashtra Loan Scam Part 2:जिस अफसर ने मुंह खोला उसका दूर कर दिया गया तबादला

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Bank Of Maharashtra Loan Scam Part 2: ई-ऑक्शन के जरिए कोड़ियों के दाम बैंक बेच रही थी संपत्ति, सवाल पूछने पर बैंक अधिकारी सामने नहीं आए

Bank Of Maharashtra Loan Scam Part 1
भोपाल में बैंक ऑफ महराष्ट्र का आंचलिक कार्यालय भवन- फाइल फोटो

भोपाल। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एक लोन घोटाले की परतें काफी गहरी है। इसकी गहराई में कई बड़े रसूखदार गिरे हुए हैं। यदि वे बेनकाब हुए तो बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank Of Maharashtra) के कई बड़े अफसरों की कार्यप्रणाली उजागर हो जाएगी। इस बात को दबाने का अधिकारी भरसक प्रयास कर रहे हैं। हालांकि बैंक से जारी कई लोन में से एक लोन का मामला आर्थिक प्रकोष्ठ विंग (Bank Of Maharashtra Loan Scam Part 2) में दर्ज किया जा चुका है। उसी जांच में कई फर्जीवाड़े की परतें सामने आ रही है। ईओडब्ल्यू अभी जांच की बात को बोलकर छह महीने से मामले को ठंडे बस्ते में डाल रही है। वहीं बैंक अधिकारी मीडिया से बातचीत करने राजी नहीं है। इधर, जिन संपत्तियों पर लोन दिया गया उसके कोड़ियों के दाम ई-ऑक्शन के जरिए बेचे जाने का मामला सामने आ रहा है।

क्या है पूरा मामला

भोपाल में स्थित ईओडब्ल्यू थाने में 2021 में अरेरा काॅलोनी निवासी पारूल अग्रवाल (Parul Agrawal) ने फरवरी, 2021 में शिकायत की थी। वे ई-2/28 अरेरा काॅलोनी में रहती है। उसी मकान को बंधक बनाकर अरेरा काॅलोनी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र के तत्कालीन बैंक मैनेजर सहज पाठक (Sahaj Pathak) ने एक महीने के भीतर में तीन करोड़ रूपए का लोन बांट दिया था। ऐसा करने के लिए मलिका गर्ग (Malika Garg) ने केश क्रेडिट बढ़ाने के लिए जुलाई, 2013 में आवेदन किया था। जिसके एक महीने बाद बैंक ने तीन करोड़ रूपए जारी कर दिए थे। सूत्रों ने बताया कि इस लोन को जारी करने पर तत्कालीन बैंक के एक अधिकारी ने आपत्ति जताई तो उनका दक्षिण भारत में तबादला कर दिया गया। ईओडब्ल्यू ने शिकायत की जांच के बाद मलिका गर्ग, उनके पति अंकुर गर्ग और तत्कालीन बैंक मैनेजर सहज पाठक को आरोपी बनाया है। जबकि मलिका गर्ग के खाते से प्रेम चावला (Prem Chavla) नाम के एक अन्य कारोबारी के खाते में भारी रकम ट्रांसफर हुई थी। यह बात जांच में ईओडब्ल्यू के सामने भी आई है। इसके बावजूद कोई एक्शन ईओडब्ल्यू या फिर बैंक ऑफ महाराष्ट्र नहीं ले सकी है।

यहां फंस रही है बैंक

Bank Of Maharashtra Loan Scam Part 1
भोपाल में अरेरा हिल्स स्थित बैंक आफॅ महाराष्ट्र आंचालिक कार्यालय का भवन- फाइल फोटो

मलिका गर्ग और अंकुर गर्ग (Ankur Garg) को लोन देने से पहले बैंक की अरेरा काॅलोनी ब्रांच ने ही प्रेम चावला को अलग-अलग तारीखों में लोन दिए थे। यह लोन की राशि करीब 11 करोड़ रूपए की थी। इसी लोन को लेकर बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank Of Maharashtra Loan Scam Part 2) ने ई-ऑक्शन के विज्ञापन प्रकाशित किए थे। मलिका गर्ग जब लोन लेने के लिए आवेदन की कार्रवाई कर रही थी। तभी प्रेम चावला की संपत्ति पर दिए गए लोन की रिकवरी के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र भीतर ही भीतर पत्राचार भी कर रही थी। उसी दौरान मलिका गर्ग को नया लोन जारी कर दिया गया। जिसमें से लगभग 80 लाख रूपये की रकम प्रेम चावला के खाते में ट्रांसफर हुई। अब बैंक पूरे मामले को दबाने के लिए ईओडब्ल्यू की जांच में सहयोग नहीं कर रही है। इन आरोपों पर प्रेम चावला का कहना है कि उनके सारे लोन सेटल हो गए हैं। हालांकि इसके अलावा वे अन्य सवालों का सामना नहीं कर सके। वहीं बैंक ऑफ महाराष्ट्र के आंचलिक कार्यालय में राय नाम बताकर एक अधिकारी ने पूरा सवाल सुनने के बाद आधिकारिक प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। हमारी तरफ से अभी भी बैंक ऑफ महाराष्ट्र के लोन सेटल होने संबंधित दावों पर प्रतिक्रिया का इंतजार है। इसके लिए हमारी तरफ से कोशिशें जारी है।

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