Corona Effect: फरार जावेद की कहानी पर अफसरों को नहीं हुआ यकीन, वीडियो पर बात कराई

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चार पुलिसकर्मी हुए थे सस्पेंड, फरार आरोपी नरसिंहपुर से गिरफ्तार, ट्रक ड्राइवर की मदद से ली थी लिफ्ट,

Corona Effect
कस्टडी से फरार आरोपी जावेद

भोपाल/जबलपुर। (Bhopal Crime News In Hindi) जबलपुर स्थित मेडिकल कॉलेज से फरार आरोपी (Jabalpur Medical College) को नरसिंहपुर में दबोच लिया गया। यह आरोपी कोरोना पॉजिटिव है जो इंदौर से रासुका के मामले में गिरफ्तार हुआ था। उसका जबलपुर में इलाज चल रहा था। वह अस्पताल से झांसा देकर रविवार दोपहर फरार (Jabalpur Corona Prisoner Escaped Case) हुआ था। इस लापरवाही के मामले में चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं आरोपी का पता बताने वाले को 50 हजार का इनाम रखा गया था। पकड़ाने के बाद उसने पुलिस को अस्पताल भागने से नरसिंहपुर पहुंचने तक की पूरी कहानी बताई। उसकी कहानी पर पुलिस के अफसरों को काफी देर तक यकीन ही नहीं हुआ। फिर जो हुआ वह स्वयं आप जावेद की मुंह जबानी जान लीजिए।

इंदौर के चंदन नगर (Indore Chandan Nagar) निवासी जावेद खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह उन लोगों में शामिल था जिन्होंने कोरोना योद्धाओं पर हमला किया था। कलेक्टर मनीष सिंह (IAS Manish Singh) ने जावेद (Javed Khan) को रासुका लगाकर उसको जबलपुर जेल में शिफ्ट किया जा रहा था। तभी उसके कोरोना पॉजिटिव होने की खबर मिली थी। जिसके बाद उसका जबलपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। यहां इलाज के दौरान जावेद फरार (Javed Escape Case) हो गया। जावेद जिस वार्ड में रखा गया था वहां ताला लगा था। ताला टूटा पाया गया था। इस लापरवाही के मामले में चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के साथ ही एसपी ने जावेद की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम रख दिया था। यह इनाम की राशि आईजी जबलपुर ने 50 हजार रुपए कर दी थी। घटना की सूचना जबलपुर से सटे जिलों को भी उसकी तस्वीर के साथ दी गई थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए नाकेबंदी की जा रही थी। इसी दौरान नरसिंहपुर पुलिस को जावेद मदनपुर चेक पोस्ट में  मिल गया। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को पूरा भागने का घटनाक्रम भी सुनाया। हालांकि उसने बताया कि अस्पताल से भागने के लिए उसने कोई ताला नहीं तोड़ा। उसकी किसी अन्य व्यक्ति ने भी मदद नहीं की।

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जावेद है यह अफसर माने नहीं

जावेद ने पुलिस की टीम को बताया कि वह इंदौर का रहने वाला है। वह जबलपुर से आयशर ट्रक में सवार हुआ था। उस ट्रक का नंबर वह नहीं देख सका। हालांकि उसने ट्रक का रंग बताया। ट्रक में वह पीछे डाले में बैठकर आया था। उसने बताया कि वह वार्ड से डर के कारण भागा था। उसने बताया कि बीच रास्ते में कहीं भी नहीं रुके थे। ड्राइवर को उसने छुआ भी नहीं था। ट्रक ड्राइवर ने उसको रात में राजमार्ग में उतार दिया था। वहां से वह पैदल—पैदल निकल पड़ा था। बीच रास्ते में एक मिट्टी के टीले पर सोकर उसने रात गुजारी। यह बात पुलिसकर्मियों ने अपने अफसरों को बताई तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। इस कारण वीडियो पर लाइव वीडियो कांफ्रेसिंग कराई गई। वहां से सवाल पूछा गया जिसका जवाब जावेद देता रहा। जावेद ने बताया कि उसकी पत्नी हिना (Hina) है। दो बेटियां हैं और वह उसके साथ एक अन्य के साथ इंदौर से जबलपुर जेल भेजा गया था। जब उसने इंदौर की पूरी घटना बताई तो अफसरों को फिर यकीन हुआ और उसकी गिरफ्तारी की खबर प्रदेश में फैल गई।

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