Medical college scam : स्टेट कोटे की सीट पर हुए फर्जीवाड़े के दस्तावेज एसटीएफ को सौंपे

Share

Medical college scamसंचालकों और उनके प्रबंधक मंडलों को बयान दर्ज कराने के लिए एसटीएफ ने जारी किया नोटिस

भोपाल। प्रदेश के निजी चिकित्सा महाविद्यालयों (Medical college scam) में स्टेट कोटे की सीटों को मोटी रकम लेकर उसे बेचने के आरोपों पर जांच तेज हो गई है। इस मामले में बुधवार को आरटीआई एक्टिविस्ट डॉक्टर आनंद राय ने स्पेशल टास्क फोर्स पुलिस (STF) को दस्तावेज सौंप दिए हैं। इन दस्तावेजों के आधार एसटीएफ नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर डॉक्टर आनंद राय करीब पांच हजार पन्नों के साथ एसटीएफ मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने निजी चिकित्सा महाविद्यालयों में हुई गड़बड़ी से जुड़े (Medical college scam) दस्तावेज एसपी राजेश सिंह भदौरिया के कार्यालय में जमा कराए। इससे पहले एसटीएफ ने नोटिस देकर राय को बयान दर्ज कराने के लिए कहा था। राय ने जिन दस्तावेजों को सौंपा है उसमें उन निजी मेडिकल कॉलेजों के (Medical college scam) स्टेट कोटे की सीट से जुड़े आवंटन के दस्तावेज हैं। इसमें कुछ कॉलेज और कुछ छात्रों के नाम चिन्हित करके डॉक्टर राय ने एसटीएफ को सौंपे हैं। राय ने यह आरोप 2014 में लगाए थे। जिसकी जांच ठंडे बस्ते में डाल रखी थी।

क्यों चर्चित है एसटीएफ
स्पेशल टास्क फोर्स वर्ष 2012 में सुर्खियों में तब आया था जब उसने चयन एवं भर्ती कराने वाले व्यापमं के अफसरों की मदद से चल रहे स्कैम को एक्सपोज किया था। इस मामले में एसटीएफ ने व्यापमं के तत्कालीन अधिकारी पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, ओपी शुक्ला, जगदीश सगर समेत कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। उस वक्त भी निजी कॉलेजों में स्टेट कोटे की सीट (Medical college scam) के बंदरबांट होने के आरोप लगाकर शिकायत हुई थी।  राज्य सरकार ने इस मामले में किरकिरी होने पर जांच सीबीआई को सौंप दिया था। सीबीआई की तरफ से जांच अभी भी की जा रही है। इस काम के लिए प्रोफेसर कॉलोनी में सीबीआई को अलग कार्यालय भी आवंटित किया गया है। सीबीआई की तरफ से एक मामले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को क्लीनचिट दिया गया है।

यह भी पढ़ें:   Operation Prahar : वह ड्रग जिसके इस्तेमाल के बाद आदमी एक मर्डर करने के बाद दूसरा मर्डर करके भी संतुष्ट नहीं होता
Don`t copy text!