MPEB Contractor Dispute: ढाई करोड़ रूपए की रिकवरी के लिए पुलिस को दिया आवेदन

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MPEB Contractor Dispute: पति—पत्नी के खिलाफ पुलिस ने एक महीने बाद यह बोलकर दर्ज किया जालसाजी का मुकदमा, पुलिस का दावा इंदौर में बिजली कंपनी का ठेका दिलाने का हुआ था करार

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ग्राफिक डिजाइन टीसीआई

भोपाल। मध्यप्रदेश पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के एक ठेकेदार पर जालसाजी करने का आरोप लगा है। यह घटना भोपाल (MPEB Contractor Dispute) शहर के टीटी नगर इलाके में हुई है। इस मामले में आरोपी पति—पत्नी है जो कि फरार है। आरोप है कि दंपत्ति ने पेटी कांट्रेक्ट का ठेका देने का झांसा दिया था। इससे पहले करीब पौने दो करोड़ रूपए की रकम ली थी। लेकिन, एसोसिएट फर्म को न काम मिला न रकम। इस कारण दंपत्ति ने लेटरपेड पर ली गई रकम के साथ ब्याज चुकाने का बोलकर ढ़ाई लाख रूपए देने का वादा किया था। यह आवेदन पुलिस के पास जांच के लिए एक महीने पहले पहुंचा था। जिसमें अब प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।

एसोसिएट फर्म में हैं तीन पार्टनर

टीटी नगर थाना पुलिस के अनुसार 17 मार्च की दोपहर लगभग दो बजे 152/23 धारा 420 जालसाजी का प्रकरण दर्ज किया गया है। इस मामले की शिकायत 19 फरवरी को रविश बंसल (Ravish Bansal) पिता विष्णु प्रसाद बंसल ने दर्ज कराई थी। इस मामे में आरोपी आभा सिंह (Abha Singh) और उनके पति अविनाश सिंह (Avinash Singh) को बनाया गया है। आरोपी दंपत्ति अयोध्या नगर स्थित काकड़ा अभिनव होम्स (Abhinav Homes) में रहते थे। फिलहाल पति—पत्नी अपने घर से गायब हैं। उन्होंने बताया था कि उनकी मैसर्स पॉवर सोल्यूशन (Power Solution) नाम की फर्म है। इस फर्म का कार्यालय मालवीय नगर स्थित मालवीय काम्पलेक्स (Malviya Complex) में हैं। फर्म में रवीश बंसल के अलावा दो अन्य पार्टनर तनवीर खान (Tanveer Khan) पिता अख्तर अली खान और आशीष कुशवाह (Ashish Kushwah) पिता मोहन लाल कुशवाह भी हैं। आरोप है कि दंपत्ति ने किस्त में एक करोड़ 64 लाख, 45 हजार पांच सौ रूपए ले लिए थे। जिसका उन्होंने इस्तेमाल अपने निजी काम में कर लिया।

यह बोलकर दिया था शपथ पत्र

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टीटी नगर थाना, जिला भोपाल— फाइल चित्र

रवीश बंसल ने पुलिस को बताया कि आरोपी आभा सिंह और अविनाश कुमार सिंह ने कारोबार के लिए 44 लाख 50 हजार रूपए नकद लिए थे। आरोपी दंपत्ति की अंबिका एसोसिएट (Ambika Associate) नाम से फर्म है। इस फर्म में रवीश बंसल ने अपने निजी खाते और फर्म के दो बैंक खातों बैंक आफ बडौदा (Bank Of Baroda) और आईडीबीआई (IDBI Bank) से एक करोड़ 19 लाख रूपए, 95 हजार, पांच सौ रूपए का भी भुगतान किया गया। यह रकम 17 दिसंबर, 2016 से नवंबर, 2021 तक तेरह किस्त में दी गई। रवीश बंसल ने बताया कि अंबिका एसोसिएट को एमपीईबी (MPEB Contractor Dispute) इंदौर में ठेका पहले से मिला हुआ था। पॉवर सॉल्युशन भी ठेका लेना चाह रही थी। इसी कारण आरोपी आभा सिंह और अविनाश सिंह से परिचय 2016 में हुआ था। आरोपी दंपति ने इंदौर में बड़ा ठेका मिलने का झांसा दिया था। जिसमें पॉवर सॉल्युशन को एसोसिएट फर्म बनाकर पेटी कांट्रैक्ट देने का झांसा दिया गया था। लेकिन, आरोपियों ने ऐसा नहीं किया। जब कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई तो आरोपी दंपत्ति ने जुलाई, 2022 में बकायदा शपथ पत्र के जरिए 5 अगस्त, 2022 को ढ़ाई करोड़ रूपए भुगतान करने का बोला गया था। उसके बाद आरोपी भोपाल शहर से ही गायब हो गए। इस मामले में पॉवर सॉल्युशंस के तीनों पार्टनर तनवीर खान, रविश बंसल और आशीष कुशवाहा ने हस्ताक्षर करके पुलिस को आवेदन दिया था।

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