Jabalpur Crime: हाईकोर्ट वकील से मांगी 20 लाख रुपए की फिरौती

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जांच के बाद गिरफ्तार आरोपी निकली पूर्व नौकरानी, गुजरात में घर लेने के लिए बनाई थी योजना, बदमाश का नाम लेकर करती थी फोन

Jabalpur Crime
सांकेतिक तस्वीर

जबलपुर। जिले के कैंट संभाग के गोरा बाजार इलाके में हाईकोर्ट अधिवक्ता संजय लाल से 20 लाख रुपए की फिरौती (Jabalpur Ransom Case) के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी पूर्व नौकरानी निकली जिसने पूरी योजना (Jabalpur Crime) को अंजाम दिया। वह फिरौती की रकम लेकर गुजरात में अपना घर बनाना चाहती थी।

पुलिस के अनुसार हाईकोर्ट में अधिवक्ता संजय लाल के पास पिछले दिनों धमकी भरा (Jabalpur Ransom Case) फोन आया था। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपने नाम का खुलासा तो नहीं किया लेकिन, जबलपुर के बदमाश बबलू पंडा गैंग (Jabalpur Hardcore Criminal) का आदमी बताया था। उसने यह भी दावा किया था कि 2018 में चैतन्य सिटी में उसने हत्या कांड को अंजाम दिया था। उस घटना की याद दिलाते हुए दशहरा—दीवाली की खुशियां मातम में तब्दील होने की धमकी दी थी। पंडाव के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, अड़ीबाजी समेत दर्जनों (Jabalpur Crime) मामले दर्ज हैं। इसलिए मामला बेहद संवेदनशील हो गया था। आरोपी ने कहा था कि बचने के लिए वह 20 लाख रुपए का इंतजाम कर ले। पुलिस ने पंडा को बुलाकर पूछताछ किया तो उसने ऐसे कोई मामले से जुड़ा होने से इनकार कर दिया।

ऐसे मिला सुराग
पुलिस जिस नंबर से फोन आया था उसका पता लगा रही थी। सिम गुजरात से खरीदी गई थी। मामले में संदेह तब गया जब पुलिस अधिवक्ता संजय लाल के घर जब भी पहुंचती तब पीछे से उसी व्यक्ति का फोन आ जाता था। यहां से पुलिस ने जांच की दिशा बदली। उसने अधिवक्ता के घर के आस—पास सक्रिय मोबाइल टॉवर लोकेशन खंगाले तो आरोपी का सुराग लग गया।

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यहां से आई तरकीब
पुलिस ने फिरौती मांगने के इस मामले में आरोपी यशोदा पिता दयाराम धुर्वे उम्र 27 को गिरफ्तार किया। यशोदा मूलत: मंडला जिले के बिछिया इलाके की रहने वाली थी। उसके पास से वह फोन बरामद किया गया जिससे वह धमकाती (Jabalpur Ransom Case) थी, उस मोबाइल से करीब 400 मैसेज भी यशोदा ने किए थे। यह मैसेज 16 अगस्त से 16 सितंबर के बीच किए गए थे। पूछताछ में उसने बताया कि यह सिम उसके प्रेमी गुजरात के बड़ोदरा निवासी नागेश पाटील के नाम से ली है। उसने अधिवक्ता को प्रेमी के बैंक खाते का नंबर पैसा जमा करने के लिए दिया था। पुलिस ने इस मामले में नागेश को भी तलब किया है। यशोदा पहले अधिवक्ता के यहां नौकरी करती थी। उसे वारदात करने का तरीका क्राइम आधारित सीरियल से आया था।

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