Bhopal News: एक महीने केे भीतर में दो जांच अधिकारी बदले, किसी भी अफसर ने पन्ने नहीं पलटे, नव विवाहिता का पिता कर चुका है शिकायत

भोपाल। पुलिस मुख्यालय के आदेश पर थानों में कई साल से जमे मैदानी कर्मचारियों को यहां—वहां करने का काम चल रहा है। जिस कारण कई संवेदनशील मामलों की केस डायरी जांच अधिकारी तय नहीं हो पाने के कारण लटक रही है। इसी तारतम्य में भोपाल (Bhopal News) शहर के पिपलानी इलाके में एक नव विवाहिता की मौत से जुड़ा मामला है। मायके पक्ष ने हत्या का आरोप ससुराल पक्ष पर लगाया है। घटना को एक महीना बीत चुका है लेकिन अब तक केस डायरी जांच अधिकारी ने पलटी ही नहीं है।
यह है पूरा मामला
पिपलानी (Piplani) थाना पुलिस के अनुसार भावना रघुवंशी (Bhavna Raghuvanshi) पति राजेंद्र रघुवंशी उम्र 29 साल ने 21 जून, 2025 को फांसी लगाई थी। घटना के वक्त उसका पति राजेंद्र रघुवंशी (Rajendra Raghuvanshi) पेपर देने गया हुआ था। खुदकुशी से पहले भावना रघुवंशी ने दोनों बच्चों को नीचे टीवी देखने भेजकर ऊपर वाले कमरे में फांसी पर लटक गई थी। पति बारह बजे आया तो उसे कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला था। दरवाजा तोड़ा तो पत्नी फंदे पर लटकी मिली। जिसको पड़ोसियों की मदद से एम्स अस्पताल (AIIMS Hospital) ले जाया गया। उस वक्त पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। परिवार यहां पलक विहार (Palak Vihar) फेज—2 कॉलोनी में रहता है। उसके साथ ससुर मुन्नालाल रघुवंशी, सास संगीता रघुवंशी के अलावा दो ननद अनीषा रघुवंशी और सविता रघुवंशी भी रहती हैं। मामले की प्राथमिक जांच करने एएसआई विजय चौधरी (ASI Vijay Chaudhry) करने पहुंचे थे। पिपलानी पुलिस ने मर्ग 31/25 कायम किया था।
अब तक यह हुआ है
एएसआई विजय चौधरी का पिछले दिनों तबादला हो गया। उनकी जगह केस डायरी एसआई मितेश मुजाल्दे (SI Mitesh Mujalde) को सौंपी गई। वे इससे पहले क्राइम ब्रांच (Crime Branch) में पदस्थ थे। वे आवश्यक कार्य से असम गए थे। इस कारण तीन सप्ताह बाद आकर उन्होंने पिपलानी थाने में कुर्सी संभाली है। केस डायरी उनके नाम पर आवंटित है यह उन्हें पता नहीं हैं। इधर, भावना रघुवंशी के पिता ओमप्रकाश देवरिया (Omprakash Dewaria) ने बताया कि बेटी मार्च, 2018 में शादी हुई थी। शादी को सात साल तीन महीने होने के कारण केस डायरी एसीपी के पास नहीं भेजी गई। वे आटो चलाते हैं और उनकी पांच बेटियां है। जिसमें भावना रघुवंशी दूसरे नंबर की बेटी थी। पिता ने बताया कि परिवार पहले से प्रताड़ित करता था। वह पहले भी कई बार सुसाइड का प्रयास कर चुकी थी। उसने जो पहले खत लिखे थे वह पुलिस को सौंपे थे। जिसकी सुध अभी तक अफसरों ने नहीं ली है। पीड़ित पिता ने दामाद के जीजा के खिलाफ काफी संगीन आरोप लगाए हैं। जिसकी जांच अभी तक शुरु ही नहीं हो सकी है।
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