Bhopal Cyber Fraud: सीआईएसएफ कर्मचारी बनकर सायबर फ्रॉड

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Bhopal Cyber Fraud: कार और फर्नीचर बेचने का झांसा देकर खाते में जमा कराई थी रकम, सायबर क्राइम ने की थी जांच, केस डायरी थाने को भेजी

Bhopal Cyber Fraud
सांकेतिक ग्राफिक डिजाइन टीसीआई

भोपाल। सीआईएसएफ कर्मचारी बनकर एक इलेक्ट्रीशियन से सायबर फ्रॉड किया गया। यह मामला भोपाल (Bhopal Cyber Fraud) शहर के मिसरोद थाना क्षेत्र का है। इस मामले की शुरुआती जांच पहले सायबर क्राइम ने की थी। आरोपी ने कार—फर्नीचर बेचने की आड़ में खाते में करीब दो लाख रुपए ले लिए। उसके बाद जालसाज ने फोन उठाना ही बंद कर दिया।

इस कारण झांसे में आ गया पीड़ित

मिसरोद (Misrod) थाना पुलिस के अनुसार केस डायरी मिलने के बाद 15 मई को प्रकरण दर्ज किया गया। जिसकी शिकायत रमेश कुमार (Ramesh Kumar) पिता स्वर्गीय एसआर कुमार उम्र 53 साल ने थाने में दर्ज कराई। वह गोल्डन सिटी (Golden City) में रहता है। उसकी इलेक्ट्रीशियन की दुकान है। रमेश कुमार के पास अनजान नंबर से फोन आया था। उसने बताया कि वह सीआईएसएफ (CISF) में जॉब करता है। उसका ट्रांसफर हो गया है इसलिए वह भोपाल छोड़कर जा रहा है। वह अपना फर्नीचर 50 हजार रुपए में बेचना चाहता है। उसने फर्नीचर की तस्वीरें भी उसके पास भेजी। सामान पसंद आने पर उसने उसके बताए खाते में रकम भेज दी। इसके बाद वह बोलने लगा कि उसके पास कार भी है। जिसको वह बेचना चाहता है। उसका सौदा उसने एक लाख तैंतीस हजार रुपए में किया। वह कार अच्छी देखकर फर्नीचर और उसकी रकम को भूल गया। उसने कार लेने की जल्दी में रकम ट्रांसफर कर दी। उसके बाद सुबह फोन लगाया तो वह बंद मिला। इस मामले की जांच एएसआई सुधाकर शर्मा (ASI Sudhakar Sharma) कर रहे हैं। पुलिस ने 181/24 धारा 420 जालसाजी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

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