टीआईटी कैंपस में मृत्युंजय को चाकू मारने वाले आरोपी फरार

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प्रबंधन ने जख्मी छात्र के अभिभावकों पर डालना शुरू किया दबाव, पुलिस ने कॉलेज से नहीं मांगा अब तक स्पष्टीकरण

भोपाल। पिपलानी थाना क्षेत्र के आनंद नगर स्थित टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (टीआईटी) में हुई घटना के आरोपी तीन दिन बाद भी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके। इधर, कॉलेज प्रबंधन ने छात्र के अभिभावकों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। परिवार दहशत में है क्योंकि उसे न तो पुलिस का संरक्षण मिला है और न वह आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी कर सकी है।

मुंह जुबानी बढ़ाई गई धारा
जख्मी मृत्युंजय मूलत: इटारसी का रहने वाला है। उसके पिता अनुकुल चंद्र राय डॉक्टर है लेकिन बायपास सर्जरी होने के चलते परिवार पर आर्थिक बोझ है। इस कारण वह बेटे के इलाज पर भी खर्च नहीं कर पा रहे हैं। पहले इलाज का खर्च देने पर प्रबंधन तैयार था। लेकिन, बाद में उसने केस वापस लेने की शर्त रख दी। इसके बाद से मामला और अधिक गर्मा गया है। प्रबंधन का दबाव दूसरी तरफ पुलिस की गिरफ्तारी में हो रही देरी की वजह से दंपत्ति दहशत में हैं। इस मामले में एसआई नागेन्द्र शुक्ला का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम सतना भेजी जा रही है। लेकिन, यह बात पुलिस के अधिकारी दो दिन से कह रहे हैं। पुलिस की तरफ से दी जा रही रियायत के चलते प्रबंधन को दबाव बनाने का मौका मिल रहा है। इधर, धारा ३२४ से बढ़ाकर ३२६ करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, इस धारा बढऩे की पुष्टि पुलिस ने नहीं की है।

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इन सवालों पर प्रबंधन की चुप्पी बरकरार

घटना के बाद प्रबंधन ने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। पुलिस की एफआईआर में साफ-साफ लिखा है कि उसे जमना अस्पताल से पीएमएलसी दर्ज कराई गई। यह सवाल अदालत के कठघरे में जब ठीक होने के बाद पुलिस से पूछे जाएंगे तो पुलिस क्या उत्तर देगी। आरोपी को शंका का लाभ मिलेगा और जैसा कि आप जानते हैं फैसला क्या होगा?। पुलिस ने घटनास्थल भीतर का होने के चलते फुटेज मांगे। मंगलवार को दिनभर पुलिस को टालते रहे। इसलिए पुलिस ने लिखित में कॉलेज से जवाब मांग लिया। अब कॉलेज ने लिखकर दिया है कि सीसीटीवी चालू हैं लेकिन डाटा स्टोर करने वाला सिस्टम खराब होने के चलते घटना रिकॉर्ड नहीं हो पाई। आखिर ऐसा अचानक हुआ है या फिर साजिशन किया गया है यह सवाल प्रबंधन से बेशक बनता है। लेकिन, पूछे कौन, थाना पुलिस पत्र लेकर चुप हो गई कॉलेज प्रबंधन मीडिया से बचते नजर आ रहे हैं।

आठ हजार रुपए का लेन-देन
मृत्युंजय टीआईटी कॉलेज में मैकेनिकल ब्रांच का तृतीय वर्ष का छात्र हैं। उसके पिता अनुकुल चंद्र राय इटारसी से भोपाल पहुंचे। उनके साथ पत्नी ज्योति राय भी साथ आई। पति-पत्नी मंगलवार से काफी परेशान हैं। आरोपी अंशुमान त्रिपाठी और आशुतोष पांडे है जो कि फरार चल रहे हैं। दोनों आरोपियों की गौतम नगर इलाके में अच्छी पकड़ थी। बताया जाता है कि मृत्युंजय ने अपने दोस्त राज की मदद से पैसे जुटाकर आठ हजार रुपए आशुतोष को दिए थे। इसी रकम को लेकर कहासुनी हुई थी जिसके बाद टीआईटी कॉलेज कैम्पस में घुसकर हमला किया गया था।

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