Bhopal Cop News: विभागीय जांच में पुरानी घटनाओं की फाइलों को भी शामिल किया जाएगा

भोपाल। जुआरी से बिना पूर्व सूचना बागसेवनिया में जाकर उठाकर लाने और कथित वसूली के आरोपों से घिरे चारों पुलिस कर्मियों के पुराने कारनामे उजागर होना शुरु हो गए हैं। लंबित किए गए चारों पुलिसकर्मियों (Bhopal Cop News) की पुरानी घटनाओं को विभागीय जांच में शामिल करने की तैयारी अधिकारियों ने कर दी है। ताकि निलंबित होने के बाद उनके बहाली के रास्ते निकट भविष्य में पूरी तरह से बंद किए जा सके।
पहले भी लाइन अटैच किया गया था
जानकारी के अनुसार डीसीपी क्राइम ब्रांच अखिल पटेल (DCP Akhil Patel) ने 14 सितंबर की रात क्राइम ब्रांच (Crime Branch) में पदस्थ आरक्षक शैलेन्द्र रावत (Shailendra Rawat) , सतेन्द्र, सुशील सिंह (Sushil Singh) और आलोक मिश्रा (Alok Mishra) को अनुसाशन हीनता का दोषी मानते हुए तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी किए थे। चारों निलंबित पुलिस कर्मचारी क्राइम ब्रांच के रोजनामचे में बिना रिपोर्ट डाले दूसरे थाना क्षेत्र में पहुंचे थे। इस संबंध में किसी तरह का मौखिक अथवा लिखित अनुमति भी अधिकारियों से नहीं ली थी। निलंबित हुए चारों पुलिस अरक्षकों में से आरक्षक शैलेन्द्र रावत के कार्य करने की गतिविधियां पूर्व से विवादित रही है। उसकी तलैया, कोतवाली और टीला जमालपुरा में तैनाती थी। इन तीनों थाने से वह पहले भी लाइन अटैच किया गया था। वह तलैया के कंजर डेरे में बिक रहे गांजे में वसूली, महीना वसूली, जुआरियों से साठगांठ के चलते लाइन अटैच और निलंबित किया जा चुका है। इसके बावजूद आरक्षक शैलेन्द्र रावत (Shailendra Rawat) को क्राइम ब्रांच में तैनाती मिल गई थी।
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