Bhopal Cop News: मैदानी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया संवाद

भोपाल।पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने सोमवार को पूरे प्रदेश के मैदानी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया। उन्होंने दो टूक कहा है कि महिला संबंधित अपराधों पर मैदानी अधिकारी (Bhopal Cop News) ज्यादा तरजीह दें। बैठक में कानून-व्यवस्था और गुप्तवार्ता के कई आला अधिकारी पिछले एक महीने के भीतर हुई घटनाओं की जानकारी के साथ बैठे हुए थे।
छेडख़ानी की घटनाओं पर लगे विराम
डीजीपी ने ने कहा कि पुलिस छात्राओं के स्कूल-कॉलेजों के आसपास नियमित गश्त सुनिश्चित करें। जिससे छेडख़ानी की घटनाओं पर विराम लगाया जा सके। धार्मिक आधार पर बालिकाओं का शोषण न हो, इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। मजनूं किस्म के लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। महिला सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए प्रत्येक छात्राओं के हॉस्टल और अन्य संस्थाओं के साथ समन्वय बनाने का काम बीट अधिकारी से कराएं। किसी भी प्रारंभिक शिकायत को गंभीरता से लिया जाए। मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े लोगों के खिलाफ अभियान तेज किया जाए। जहां इस तरह की गतिविधियां ज्यादा होती है उन स्थानों को चिन्हित करके कार्रवाई सुनिश्चित हो। नाबालिग बालिकाओं की गुमशुदगी मामलों में संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करने बोला। दरअसल, भोपाल शहर के ज्यादती, अपरहरण और पॉक्सो एक्ट के तीन प्रकरणों में आरोपियों को भोपाल कोर्ट ने पिछले दिनों बरी कर दिया था। डीजीपी ने अधिकारियों को अपने अधीनस्थ स्टाफ की समीक्षा करने तथा अतिरिक्त या अटैच स्टाफ को उनकी मूल पदस्थापना/ पुलिस थानों में वापस भेजने निर्देश दिए। साथ ही सभी कर्मचारियों का नियमानुसार रोटेशन सुनिश्चित करने को कहा। विशेष रूप से उन वाहन चालकों का रोटेशन किया जाए, जो लंबे समय से एक ही अधिकारी के साथ या थानों पर कार्यरत हैं।
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