MP Drugs Mafia: क्राइम ब्रांच ने दो कुख्यात बदमाशों के साथ तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया

भोपाल। प्रतिबंधित ड्रग्स नाइट्रावेट—10 के साथ भोपाल क्राइम ब्रांच (MP Drugs Mafia) ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें पकड़ा गया उनमें से दो कुख्यात बदमाश है। इन दोनों की मुलाकात जेल में हुई थी। वहां से रिहा होने के बाद मेडिकल दुकान की मदद से इस दवा को नशे के सामान के रूप में बेच रहे थे। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और मध्यप्रदेश ड्रग कंट्रोल अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
नशे की गोलियां बेचने का करते हैं काम
क्राइम ब्रांच (Crime Branch) पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 510 प्रतिबंधित नाइट्रावेट-10 (Nitravet-10) की गोलियां बरामद की है। बरामद ड्रग्स की कीमत 25000 रूपए हैं। दवाईयों को सस्ते में खरीदकर उसे महंगे में बेचकर मुनाफा कमाते थे। गिरफ्तार आरोपी अनस के खिलाफ कमला नगर और टीटी नगर थाने में आबकारी एक्ट, आर्म्स एक्ट एवं लड़ाई झगड़े के लगभग दो दर्जन प्रकरण दर्ज हैं। वहीं दूसरे आरोपी विशाल के खिलाफ भी थाना गोविंदपुरा में आबकारी एक्ट, जुआ एक्ट एवं लड़ाई झगड़े के कई प्रकरण दर्ज है। आरोपियों को टीटी नगर (TT Nagar) थाना क्षेत्र स्थित अंबेडकर ग्राउंड (Ambedkar Ground) , टीन शेड के पास घेराबंदी कर दबोचा गया। आरोपी अनस अब्दुल उर्फ कल्लू (Anas Abdul@Kallu) पिता साजिद मियां उम्र 22 साल कमला नगर (Kamla Nagar) थाना क्षेत्र स्थित अंबेडकर नगर (Ambedkar Nagar) में रहता है। उसके कब्जे से सफेद प्लास्टिक की पन्नी में रखी प्रतिबंधित नाइट्रावेट दवा की 15 पत्तियां (प्रत्येक में 10-10 गोलियां, कुल 150 गोलियां) बरामद हुईं। आरोपी अनस अब्दुल उर्फ कल्लू ने खुलासा किया कि उसकी पहचान जेल में अन्ना नगर (Anna Nagar) निवासी विशाल उर्फ रफ्तार बिटौरे (Vishal@RaftarBitaure) पिता राजेन्द्र बिटौरे उम्र 24 साल से हुई थी। वह नशे की गोलियों की सप्लाई करता है। जेल से छूटने के बाद विशाल ने अनस को नशे की गोलियां बेचने का काम शुरू करने की बात कही थी। अनस से बरामद गोलियां विशाल से तीन हजार रुपए में उधार पर ली थीं। उसे बेचकर रुपये लौटाने वाला था। अनस के मेमो के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम गोविंदपुरा स्थित कस्तूरबा अस्पताल (Kasturba Hospital) के सामने पहुँची। वहां से विशाल उर्फ रफ्तार बिटौरे को दबोचा गया। उसके पास नाइट्रावेट-10 की 5 पत्तियां (प्रत्येक में 30-30 गोलियां, कुल 150 गोलियां) मिलीं। विशाल उर्फ रफ्तार ने बताया कि उसको यह प्रतिबंधित दवाइयाँ रवि साहू (Ravi Sahu) पिता स्वर्गीय प्रभुदयाल साहू उम्र 35 साल देता था। वह जहांगीराबाद (Jahangirabad) थाना क्षेत्र स्थित बरखेड़ी का रहने वाला है। उसके पास से मिली नाइट्रावेट की गोलिया 2000 रुपये में रवि साहू से खरीदना बताया। रवि साहू की मेडिकल दुकान माँ मेडिकल स्टोर (Maa Medical Store) बरखेड़ी में हैं। उसके यहां तलाशी लेने पर नाइट्रावेट-10 की 7 पत्तियां (प्रत्येक में 30 गोलियां, कुल 210 गोलियां) बरामद हुईं।
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