Lock Down Effect : प्रदेश में लॉक डाउन 17 मई तक लेकिन जेल में 30 तक रहेगा लागू

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जेल डीजी ने बंदियों के मुलाकातियों को लेकर लगाए गए प्रतिबंध की तारीख बढ़ाई

Coronavirus Effect
मध्यप्रदेश जेल मुख्यालय

भोपाल। पूरे भारत में लॉक डाउन—3 शुरु हो गया है। यह कुछ रियायतों के साथ 17 मई तक प्रभावी है। लेकिन, जेल में इस लॉक डाउन से अलग तारीख की घोषणा (Bhopal Lock Down Effect) की गई है। यह आदेश मध्य प्रदेश की जेलों को लेकर है। इसको मध्य प्रदेश जेल के मुखिया संजय चौधरी ने मंगलवार को जारी किया है। इस आदेश (Bhopal Hindi News) के तहत जेल में 31 मई तक किसी भी मुलाकाती को बंदियों से मिलने नहीं दिया जाएगा।

जानकारी के अनुसार डीजी जेल संजय चौधरी (DG Jail Sanjay Choudhary) ने यह आदेश जारी किए हैं। डीजी ने कहा है कि इंदौर, सतना और जबलपुर की घटनाओं को देखते हुए दूसरे बंदियों की सुरक्षा को लेकर यह आदेश जारी किया जा रहा है। इस आदेश के तहत जेल में सोशल डिस्टेसिंग (Madhya Pradesh Crime News In Hindi) कराया जाना संभव नहीं है। इसलिए मुलाकातियों के लगाए गए प्रतिबंध को आगे बढ़ाते हुए अब 31 मई तारीख बढ़ाई जाती है। हालांकि बंदियों को उनके परिजनों से फोन पर बातचीत करने की सुविधा को बहाल रखा गया है। यानि बंदी समय लेकर अपने परिवार से बातचीत जरुर कर सकते हैं। इधर, आदेश की तारीख को लेकर उस बात पर फिर हवा मिलने लगी है जिसमें कहा जा रहा है कि देश में लॉक डाउन आगे भी जारी रहेगा। जेल मुख्यालय से जारी आदेश तो इसी तरह का इशारा कर रहा है। जेल मुख्यालय ने 17 मई की बजाय 31 मई की तारीख घोषित करने के पीछे कोई तर्क नहीं दिए हैं।

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इसलिए बरती जा रही सख्ती

देश में लॉक डाउन 24 मार्च से शुरु हुआ था। इससे पहले 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर जनता कर्फ्यू लगाया गया था। प्रदेश में लॉक डाउन 23—24 की रात 12 बजे से शुरु हो गया था। इसके बाद मध्य प्रदेश की जेल में 25 मार्च से लॉक डाउन किया गया था। जेलों को लेकर कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनी थी। लेकिन, इंदौर के टाटपट्टी बाखल की घटना के बाद प्रदेश की जेल में हालात बिगड़ने लग गए थे। जिसको देखते हुए प्रभावित जेलों में स्कूल—कॉलेज को नई जेल बनाकर नए बंदियों को रखे जाने का निर्णय लिया गया। दरअसल, टाटपट्टी बाखल के बंदी कोरोना पॉजिटिव मिले थे जिसके बाद कुछ अन्य बंदी भी पाए गए थे। एक बंदी जबलपुर के अस्पताल से भाग भी गया था। इंदौर बंदी की वजह से सतना के जेल के एक अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। पहले लॉक डाउन के दौरान 31 मार्च तक प्रतिबंध था। फिर अगला आदेश जारी करके 25 अप्रैल तक मुलाकातियों पर प्रतिबंध लगाया गया था।

अपील

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