मरे हुए लोगों के नाम पर लिया केन्द्र सरकार की योजनाओं का फायदा

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लंबी जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने दर्ज किया मामला, आरोपी पंजाब नेशनल बैंक का चेस्ट प्रभारी

उज्जैन। शीर्षक पढ़कर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा। लेकिन, यह बिल्कुल सच हैं। मरे हुए आधा दर्जन से अधिक व्यक्तियों के नाम पर केन्द्र सरकार की स्कीम का फायदा उठा लिया गया। इस मामले में मध्यप्रदेश आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने प्रकरण दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार यह फर्जीवाड़ा उज्जैन जिले का है। जिसमें आरोपी सुभाष ठाकुर पिता जगन ठाकुर उम्र 52 साल है। वह मूलत: उत्तर प्रदेश के बंदायू का रहने वाला है। फिलहाल उज्जैन के फ्लैट में रहता है। आरोपी पंजाब नेशनल बैंक में चेस्ट प्रभारी था। गड़बड़ी पता चलने पर इंदौर मुख्यालय ने जांच करके अपनी जांच रिपोर्ट ईओडब्ल्यू को सौंपी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। इस मामले में आरोपी की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

इनके थे बैंक खाते
बैंक खाते ज्ञान सिंह, सुमेरी, किरोड़ी, लख्खो, टीकाराम, लच्छोदेवी और रामवती के नाम पर खोले गए थे। यह सभी खाता धारक हरियाणा के पलवल के रहने वाले हैं। खाते वृद्धा पेंशन स्कीम के तहत खोले गए थे। ज्ञान सिंह की दिसम्बर, 2015 में, लख्खों की अगस्त, 2015 में, रामवती की सितम्बर, 2015 में, किरोड़ी की अप्रैल, 2016 और टीकाराम की मार्च, 2016 में मौत हो चुकी थी। इसके बावजूद इन लोगों के खाते बंद नहीं किए गए थे।

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पत्नी और बेटे के खातों में रकम ट्रांसफर
आरोपी ने यह गड़बड़ी जून, 2017 से दिसम्बर, 2017 के बीच की थी। इस मामले में आरोपी सुभाष ठाकुर पिता जगन ठाकुर है। वह पंजाब नेशनल बैंक की सुभाष नगर शाखा में चेस्ट प्रभारी था। आरोपी ने सरकारी स्कीम के तहत आवंटित राशि इन मृत व्यक्तियों के खाते से निकालकर दूसरे खाते में ट्रांसफर की। जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई वह पत्नी रानी ठाकुर, आयुष कुमार, मंजू देवी हैं। यह सभी आरोपी सुभाष ठाकुर के रिश्तेदार हैं। यह सभी खाते पलवल के थे। आरोपी ने ऐसा करने के लिए बैंक की तरफ से दी गई आईडी और पासवर्ड का गलत इस्तेमाल किया।

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बैंक को भी दिया धोखा
जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी ने यह फर्जीवाड़ा उज्जैन में पदस्थापना के दौरान किया। इस दौरान उसने बैंक के खाते से लगभग सवा एक लाख रुपए की रकम भी कपोल खर्चे दिखाते हुए बैंक से निकाली थी। इसके अलावा जिन मृत लोगों की रकम उसने खातों में ट्रांसफर की वह लगभग तीन लाख रुपए थी। ऐसा करके आरोपी ने लगभग सवा चार लाख रुपए का गबन किया।

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फर्जी खाता खोला
आरोपी सुभाष ठाकुर है जो कि उज्जैन के नानाखेड़ा इलाके का सी-21 मॉल के नजदीक फ्लैट में रहता है। जांच में यह भी बात सामने आई कि उसने फर्जी दस्तावेजों की मदद से आयुष कुमार पिता सुभाष के नाम से फर्जी खाता खुलवाया। जांच में पता चला कि सुभाष के बेटे का नाम सुरेन्द्र ठाकुर है। उसने कभी भी पंजाब नेशनल बैंक में खाता ही नहीं खुलवाया।

कैसे सामने आया मामला
इस मामले की शिकायत मैनेजर पीएन कटारिया ने फरवरी, 2018 में की थी। उन्होंने बताया कि आरोपी मूलत: हातसा पोस्ट बिसौली जिला बुडौन उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। आरोपी सुभाष ठाकुर पहले हरियाणा की पलवल शाखा में तैनात था। यह पूरी जानकारी बैंक को रकम खाते में कम मिलने पर सामने आई थी। जिसके बाद इन खातों की पड़ताल की गई जिनकी मृत्यु हो चुकी थी।

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