देखिए कैसे की गई ननि कमिश्नर से अभद्रता

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जोन कार्यालय की समीक्षा के दौरान भीड़ ने घेरा, जोन अधिकारी शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे

भोपाल। नगर निगम कमिश्रर बी.विजय दत्ता के साथ भीड़ ने अभद्रता कर दी। उन्हें बचाने के लिए गनमैन को आगे आना पड़ा। वे मंगलवार सुबह जोन कार्यालय की समीक्षा बैठक लेने पहुंचे थे। मामला बजरिया थाना पहुंच गया हैं। जिसमें भीड़ के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया जा रहा है।

चांदबड़ में हुआ बवाल देखिए

जानकारी के अनुसार बी.विजय दत्ता हर दिन जोन कार्यालय में जाकर समीक्षा बैठक ले रहे हैं। इसी बैठक के दौरान हंगामा हुआ। हंगामा करने वालों में महिला-पुरूष के अलावा कुछ बाहरी व्यक्ति भी थे। हंगामे से पहले निगम कर्मचारियों से कहा गया कि वे भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। फिर उन्हें हालात बताए गए तो वे पेयजल, सफाई व्यवस्था से होते हुए वाचनालय बंद न करने के मुद्दे पर अड़ गए। अफसरों ने समझाया कि यह निगम का नीतिगत मामला है। लेकिन, भीड़ आक्रोशित हो गई और उन्होंने निगम कमिश्रर को घेर लिया। यह देखकर कमिश्रर के गनमैन सामने आ गए और भीड़ को खदेडऩे के लिए गोली चलाने की धमकी दे दी। यहां से मामला और अधिक बिगड़ गया। भीड़ निगम कमिश्रर के वाहन के सामने आकर खड़ी हो गई।

निगम कमिश्नर भोपाल बी विजय दत्ता और उनके पीछे मौजूद गनमैन।

यह है भीतर की कहानी
निगम कमिश्रर चांदबड़ पहुंचे थे। यह क्षेत्र जोन-१० के तहत वार्ड ३६ में आता है। इस इलाके में निगम के पास अलग-अलग योजनाओं को चलाने के लिए भवन की कमी है। इसलिए निर्णय लिया गया था कि वाचनालय बंद करके उसकी जगह निगम का दफ्तर खोला जाए। इसी सिलसिले पर कमिश्रर मैदानी हकीकत जानने पहुंचे थे। हालांकि कोई अंतिम निर्णय लिया जाता उससे पहले वहां बवाल खड़ा हो गया। इस मामले में जोन अधिकारी शैलेन्द्र पारे का कहना है कि मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गई। निगम इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए आला अधिकारी एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं।

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